क्या रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ में एंट्री दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपए ठगे गए?

सारांश
Key Takeaways
- बिग बॉस में एंट्री दिलाने का झांसा धोखाधड़ी का एक नया तरीका है।
- पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
- डॉ. अभिनीत गुप्ता ने लोगों को धोखाधड़ी से जागरूक करने की अपील की है।
- लालच में आकर पैसे देने से बचें।
- इस मामले में जागरूकता जरूरी है।
मुंबई, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। टीवी रियलिटी शो बिग बॉस में एंट्री दिलाने का झांसा देकर भोपाल के डॉ. अभिनीत गुप्ता से 10 लाख रुपए की ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
फिल्मी अंदाज में बिग बॉस में एंट्री कराने के नाम पर डॉक्टर अभिनीत से मुंबई के जालसाज ने 10 लाख रुपए ठग लिए। अब इस मामले की फिर से एफआईआर दर्ज की गई है और पुलिस धोखेबाज की तलाश कर रही है।
डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. अभिनीत गुप्ता ने अपनी धोखाधड़ी की पूरी कहानी पुलिस को सुनाई। उन्होंने बताया कि 2022 में करण सिंह भोपाल ऑडिशन के लिए आए थे, जहां उनकी मुलाकात हुई। उन्होंने कहा कि आप बिग बॉस में क्यों नहीं ट्राई करते। उन्होंने दावा किया कि उनकी बिग बॉस में अच्छी पहचान है और वह मेरी बैकडोर एंट्री करवा देंगे।
उन्होंने एक करोड़ रुपए की मांग की, लेकिन मैंने कहा कि मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं। इसके बाद वह मुंबई चले गए और फोन पर मेरी बात अपने सहयोगियों से करवाई। उन्होंने मुझसे 60 लाख रुपए देने की बात की और कैश देने का कहा। मुझे मुंबई बुलाया गया और एंडेमोल कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट हरीश शाह से मुलाकात करवाई गई।
बीकेसी स्थित हरीश शाह के ऑफिस में मेरी मीटिंग हुई, जहां करण सिंह, सोनू कुंतल, और प्रियंका बनर्जी भी थे। मुझे लगा कि मामला भरोसेमंद है। पैसे मांगने पर मैंने कहा कि मैं बिग बॉस को प्रोड्यूस करने वाली कंपनी एंडेमोल के बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करूंगा, लेकिन करण सिंह ने कहा कि नहीं, मुझे उन्हें कैश देना होगा। मैंने नकद न देने की बात कही तो उन्होंने कहा कि एडवांस के रूप में 10 लाख रुपए दे दें। मैंने भोपाल पहुंचकर करण सिंह को 10 लाख रुपए ट्रांसफर किए।
जब बिग बॉस सीजन 16 के कंटेस्टेंट की लिस्ट जारी की गई तो उसमें मेरा नाम नहीं था। जब मैंने करण सिंह से पूछा तो उन्होंने कहा कि वाइल्ड कार्ड के जरिए बीच शो में एंट्री होगी। लेकिन जब 'बिग बॉस' शो खत्म हुआ तो उन्होंने कहा कि अगले सीजन में करवाएंगे। मुझे फिर से मुंबई बुलाया गया और मुझे बिग बॉस के सेट पर ले जाकर शो के क्रिएटिव डायरेक्टर से मिलवाया गया। लेकिन, कुछ नहीं हुआ। सीजन 17 भी खत्म होने पर मैंने करण सिंह से 10 लाख रुपए लौटाने को कहा, लेकिन वह मुझे घुमाते रहे। अंततः मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन वहां भी बहुत देरी हुई और लगभग दो साल बाद बड़ी मुश्किल से एफआईआर दर्ज की गई।
पुलिस ने आरोपी करण सिंह के खिलाफ अब मुंबई में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
भोपाल के डॉ. अभिनीत गुप्ता ने कहा कि मैं सभी को जागरूक करना चाहता हूं कि करण सिंह प्रिंस जैसे लोग मेरी तरह कई लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे होंगे। आप लोग लालच में न पड़ें और धोखेबाजों से सावधान रहें।
–राष्ट्र प्रेस
जेपी/एबीएम