क्या अंत में भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ रहेंगे जीतन राम मांझी?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे की स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं है।
- जीतन राम मांझी ने मोदी के प्रति अपनी निष्ठा जताई है।
- महागठबंधन सत्ता में आने के लिए संघर्षरत है।
- प्रशांत किशोर की पार्टी का भी चुनाव में सक्रिय भागीदारी है।
- मतगणना 14 नवंबर को होगी।
पटना, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं हुई है। पटना में शुरू हुई एनडीए और इंडिया महागठबंधन की बैठकें अब दिल्ली में स्थानांतरित हो चुकी हैं, लेकिन सीट शेयरिंग का कोई औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है। इस बीच, सहयोगी दलों के बीच नाराजगी की चर्चाएं भी बढ़ी हैं।
एनडीए में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की सीटों को लेकर नाराजगी की खबरें आई थीं। इस बीच मांझी दिल्ली से पटना लौटते समय बोले, "बिहार में बहार होगी, नीतीश संग मोदी की सरकार बनेगी।"
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर नाराजगी की चर्चाओं पर विराम लगाते हुए लिखा, "मैं जीतन राम मांझी, अपने अंतिम सांस तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रहूंगा। बिहार में बहार होगी, नीतीश संग मोदी की सरकार होगी।"
मांझी के इस पोस्ट से यह स्पष्ट हो गया है कि वे एनडीए से असंतुष्ट नहीं हैं। बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को आयोजित होगा। मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) (जदयू) के नेतृत्व वाले एनडीए और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच माना जा रहा है।
महागठबंधन एनडीए का नेतृत्व कर रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता से बाहर करने का प्रयास कर रहा है। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा एनडीए में शामिल है। हालाँकि, बिहार की चुनावी जंग में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने भी सभी 243 सीटों पर दावा ठोक दिया है।