क्या बिहार चुनाव में लोकतंत्र और विकास की जीत होगी, एनडीए सरकार बनेगी?
सारांश
Key Takeaways
- बिहार चुनाव में लोकतंत्र और विकास की जीत संभव है।
- दूसरे चरण में रिकॉर्ड मतदान हुआ।
- जनता ने विकास और स्थिरता के पक्ष में मतदान किया।
- एनडीए सरकार बनने की उम्मीद जताई जा रही है।
- महिलाओं, युवाओं, किसानों और गरीबों के विकास पर जोर दिया गया।
पटना/जोधपुर, ११ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के मतदान के बाद भाजपा नेताओं ने इसे लोकतंत्र और विकास की जीत बताया है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बिहार में अंतिम चरण का मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि पहले चरण के मतदान के समय ही यह स्पष्ट हो गया था कि जनता की भावनाएं किस दिशा में हैं। आज जब दूसरे और अंतिम चरण का मतदान समाप्त हुआ है तो यह स्पष्ट है कि जनता ने विकास और स्थिरता के पक्ष में मतदान किया है। निश्चित तौर पर विकास और लोकतंत्र की ही जीत होगी। बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी।
वहीं, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि दूसरे चरण में रिकॉर्ड मतदान हुआ है, जो बिहार की जनता के विकास के प्रति उत्साह और विश्वास को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि लोगों ने विकसित बिहार और विकसित भारत के लिए मतदान किया है। बिहार की जनता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पूरा भरोसा है। एनडीए के सभी सहयोगी दलों पर जनता ने विश्वास जताया है, क्योंकि राज्य में हर क्षेत्र में काम हुआ है। सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में हर वर्ग के लोग खुश हैं और यही सुशासन का परिणाम है कि इस बार रिकॉर्ड तोड़ मतदान हुआ है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के ‘विकसित भारत’ का आधार ही बिहार के विकास का आधार है। नित्यानंद राय ने बताया कि महिला, युवा, किसान और गरीब ये चार स्तंभ बिहार और देश के विकास की नींव हैं। केंद्र और राज्य सरकारों ने इन चारों वर्गों को सशक्त बनाने के लिए निरंतर कार्य किया है। यही कारण है कि जनता में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। हमें विश्वास है कि बिहार में दो-तिहाई बहुमत से अधिक के साथ एनडीए की सरकार बनेगी।