क्या बिहार चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को बड़ा झटका लगा?
सारांश
Key Takeaways
- एआईएमआईएम के कई नेता राजद में शामिल हुए हैं।
- तेजस्वी यादव ने सभी नए सदस्यों का स्वागत किया।
- राजद ने नफरत के खिलाफ राजनीति को बढ़ावा देने का संकल्प लिया है।
- बिहार के विकास के लिए सभी मिलकर काम करने का आह्वान किया गया।
पटना, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को एक बड़ा झटका लगा है। रविवार को, एआईएमआईएम के कई प्रमुख नेताओं ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का हाथ थाम लिया। पार्टी के नेता तेजस्वी यादव ने इन नेताओं को राजद में शामिल किया। इस दौरान भाजपा और जदयू के कुछ नेताओं ने भी राजद की सदस्यता ग्रहण की।
एआईएमआईएम को छोड़कर राजद में शामिल होने वाले नेताओं में जफर असलम, मुफ्ती अतहर जावेद, मुफ्ती सुफियान, नेहाल अख्तर, कैसर राही, नियाजुल हसन, अर्शी अजीज, अब्दुल कयूम और कलीमुद्दीन शामिल हैं। इसके अलावा, भाजपा के प्रगति मेहता, जदयू के अल्ताफ आलम राजू और गड़खा जिला परिषद के योगेंद्र राम ने भी अपने समर्थकों के साथ राजद की सदस्यता ली।
राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि तेजस्वी यादव ने सभी नए सदस्यों को सदस्यता रसीद देते हुए गमछा देकर उनका स्वागत किया।
तेजस्वी यादव ने कहा कि हम सभी को मिलकर बिहार के विकास के लिए एकजुट होना चाहिए, क्योंकि हम हर घर में नौकरी, रोजगार और संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता का समर्थन बदलाव के लिए है, जो कि स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।
इस अवसर पर एआईएमआईएम के शामिल होने वाले नेताओं ने कहा कि बिहार की जनता का रुख तेजस्वी यादव के विचारों के साथ है। हम सभी उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं, इसलिए हम राजद और लालू यादव के विचारों से जुड़ रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल एक ऐसा दल है जिसने नफरत के खिलाफ रोजगार और नौकरी वाली राजनीति को बढ़ावा दिया है।