क्या बिहार की जनता ने एनडीए को पूर्ण बहुमत दिया? : उपेंद्र कुशवाहा
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए ने 202 सीटों पर जीत हासिल की।
- उपेंद्र कुशवाहा ने महिलाओं का आभार व्यक्त किया।
- जदयू के उमेश कुशवाहा ने मतदाताओं की परवाह की बात की।
- कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा।
- चुनाव में महिलाओं के लिए विशेष प्रावधान का असर पड़ा।
नई दिल्ली, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की दृढ़ जीत पर आरएलएम अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त कीं। आरएलएम अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इस जीत के लिए बिहार की जनता, विशेषकर महिलाओं का आभार जताता हूं। बिहार की जनता ने एनडीए को पूर्ण बहुमत दिया है।
इसके अलावा, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि हमारे नेता कार्य में विश्वास रखते हैं, जबकि विपक्ष वोट आधारित राजनीति में लिप्त हैं। हमारे नेता केवल वोटों की नहीं, बल्कि मतदाताओं की परवाह करते हैं। यही हमारा अंतर है।
केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि जनता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काम को देखा है, इसीलिए उन्हें वोट दिया गया। अब टीएमसी को समझ आ जाना चाहिए, क्योंकि उनके अपने सांसद भी भाजपा सरकार की तारीफ कर रहे हैं। हर कोई हमारी तारीफ करता है, टीएमसी को चिंता करनी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने कहा कि यह आरामदायक शासन, आरामदायक वितरण, और आरामदायक प्रशासन होगा। बिहारवासी धन्य हैं।
कांग्रेस नेता टीएस सिंह देव ने कहा कि इस परिणाम से स्पष्ट होता है कि अधिकांश बढ़त सीएम नीतीश कुमार के पक्ष में गई है। उन्होंने 41 से अधिक सीटें जीतीं, जो पिछली बार से ज्यादा हैं। एक मुख्यमंत्री के रूप में यह उनका अंतिम मौका हो सकता है, और मतदाताओं के एक बड़े हिस्से ने इस बात को ध्यान में रखा। चुनाव से ठीक पहले महिलाओं के खातों में 10,000 रुपये जमा किए जाने का निश्चित रूप से असर हुआ है, इसमें कोई संदेह नहीं।
ज्ञात हो कि बिहार विधानसभा चुनाव में 243 सीटों पर दो चरणों में मतदान हुआ था। पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर को संपन्न हुआ। चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए गए। इस दौरान एनडीए ने 202 सीटों पर जीत हासिल की है। इसमें भाजपा को 89 और जदयू को 85 सीटें मिली हैं। जबकि कांग्रेस ने केवल 6 सीटों पर ही अपना खाता खोला।