क्या बिहार चुनाव में सिंबल मिलने के बाद उम्मीदवारों ने जनता से आशीर्वाद मांगा?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों ने सिंबल प्राप्त कर लिए हैं।
- राजद और जेडीयू ने अपने-अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है।
- जनता की भूमिका इस चुनाव में महत्वपूर्ण रहने वाली है।
पटना, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने अपने उम्मीदवारों को सिंबल बांटने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस दौरान जेडीयू और राजद ने अपने-अपने उम्मीदवारों को सिंबल दिए, जिसके बाद प्रत्याशी जनता से वोट मांगते हुए नजर आए।
इस बीच, समस्तीपुर से राजद प्रत्याशी अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने कहा कि जनता ही मालिक है, वह ही जिताती है और हराती है। जो ईमानदारी से जनता के लिए काम करता है, उसे वोट मांगने की जरूरत नहीं होती। मंत्री रहते हुए भी वे बंगले में नहीं रहे, बल्कि जनता के बीच रहे। हमें पूरा विश्वास है कि बिहार में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि बिहार में किसी भी सरकार ने महिलाओं को नहीं समझा, लेकिन तेजस्वी की घोषणा के बाद ही नीतीश सरकार ने महिलाओं को आर्थिक मदद देने की शुरुआत की है।
सिंबल मिलने के बाद महुआ से राजद प्रत्याशी मुकेश कुमार रौशन ने कहा कि इस बार हम 25 हजार से ज्यादा वोटों से जीतेंगे। हमारी पिछली बार से ज्यादा सीटें आएंगी। जब उनसे पूछा गया कि उनका मुकाबला तेज प्रताप यादव से होगा, तो उन्होंने कहा, "हमारे नेता लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव हैं। बिहार में राजद की सरकार बनने जा रही है। हमारे सामने कोई चुनौती नहीं है। महुआ की धरती समाजवादियों की धरती है और उनका आशीर्वाद हमारे साथ है।"
मुजफ्फरपुर की सकरा विधानसभा सीट से जेडीयू प्रत्याशी अजीत कुमार ने कहा कि इस बार सकरा में रिकॉर्ड टूटेगा और ऐतिहासिक जीत होगी। बिहार में जेडीयू की बड़ी जीत होगी।