क्या बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में तेजस्वी यादव की भूमिका महत्वपूर्ण है?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी में तेजस्वी यादव की महत्वपूर्ण भूमिका है।
- महागठबंधन में सीट बंटवारे पर चल रहे विवाद से चुनौतियां बढ़ रही हैं।
- राजद ने पिछले चुनाव में 75 सीटें जीती थीं, क्या वे इसे दोहरा पाएंगे?
पटना, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की प्रतिस्पर्धा दो गठबंधनों के बीच मानी जा रही है। हालांकि प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज समेत कई अन्य दल भी इस चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में जुटे हुए हैं।
सत्ता पक्ष जहां 20 साल की एनडीए सरकार में विकास और बिहार को एक विकसित राज्य बनाने की बात कर रहा है, वहीं विपक्षी महागठबंधन नीतीश सरकार के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था को लेकर उन पर निशाना साध रहा है।
पिछले विधानसभा चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में राजद की सफलता के बाद, राजद नेता एक बार फिर सफलता की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद इस बार ज्यादा सक्रिय नहीं हैं, और पार्टी का पूरा दारोमदार तेजस्वी यादव पर है।
महागठबंधन में सीट बंटवारे पर उपज रहे विवाद और मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में तेजस्वी का नाम घोषित न होने जैसे मुद्दे तेजी से सुलझाने में तेजस्वी को कठिनाई हो रही है। इस बीच, विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी के उप मुख्यमंत्री पद के दावे ने महागठबंधन के नेतृत्व को और उलझा दिया है।
फिर भी, राजद नेता और महागठबंधन समन्वय समिति के प्रमुख तेजस्वी यादव बिहार में सत्ता परिवर्तन के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। बिहार के लोगों से वादे कर रहे हैं और अपनी महागठबंधन सरकार के कार्यों के जरिए उसे एनडीए से बेहतर साबित करने की कोशिश में हैं। इसके साथ ही, नीतीश कुमार की बढ़ती उम्र को भी जनता के सामने लाने का प्रयास कर रहे हैं।
राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि यह स्पष्ट है कि 17 महीने की महागठबंधन सरकार में पांच लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरी मिली है और जातीय जनगणना का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि बिहार को बेहतर बनाने के लिए महागठबंधन की आवश्यकता है।
ज्ञातव्य है कि पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य की कुल 243 सीटों में से राजद ने 75 सीटों पर जीत हासिल कर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी, जबकि भाजपा को 74 सीटों पर संतोष करना पड़ा था।