क्या एग्जिट पोल में एनडीए की बढ़त को जनता ने विकास को प्राथमिकता दी है?
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए की बढ़त को विकास और हिंदुत्व की प्राथमिकता का संकेत माना जा रहा है।
- कांग्रेस का कहना है कि एग्जिट पोल असली राय को नहीं दर्शाते।
- बिहार चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को घोषित होंगे।
नई दिल्ली, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव के संदर्भ में जारी राष्ट्र प्रेस-मैटराइज के एग्जिट पोल में एनडीए की सरकार बनने के संकेत मिले हैं, जिससे सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं में उत्साह है। विहिप (विश्व हिंदू परिषद) के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीराज नायर ने कहा कि यह एग्जिट पोल यह दर्शाता है कि बिहार की जनता अब 'विकास और हिंदुत्व' की राजनीति को प्राथमिकता दे रही है।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि बिहार चुनाव के दौरान हर कोई मुस्लिम वोटों के लिए संघर्ष कर रहा था। कुछ तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दल समाज को जातियों और धर्मों में बांटने की साजिशें कर रहे थे, लेकिन एग्जिट पोल यह दर्शाता है कि बिहार की जनता ने इस बार विकास को चुना है। मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति और जातीय विभाजन की सोच को नाकामी का सामना करना पड़ेगा। जनता ने एनडीए पर विश्वास
उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार बनने के बाद बिहार में विकास कार्यों को नया उत्साह मिलेगा और प्रदेश खुशहाली की दिशा में बढ़ेगा।
वहीं, कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने एग्जिट पोल पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसे सर्वेक्षण जनता की असली राय को नहीं दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल पर विश्वास करना या न करना देखने वालों पर निर्भर करता है। 14 नवंबर को जब परिणाम आएंगे, तब सच्चाई सामने आएगी। हमारे कार्यकर्ताओं ने हर वर्ग और समुदाय के बीच जाकर मेहनत की है। यह सर्वे कुछ लोगों से पूछकर किया जाता है, इससे वास्तविक जनमत का पता नहीं चलता।”
मनोज कुमार ने यह भी कहा कि कांग्रेस और महागठबंधन को भरोसा है कि मतगणना के बाद जनता का समर्थन स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।
बिहार चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।