क्या बिहार की जनता को बेहतर भविष्य के लिए बदलाव करना चाहिए?
सारांश
Key Takeaways
- बदलाव की आवश्यकता है।
- बिहार की जनता को अपने भविष्य के लिए मतदान करना चाहिए।
- एनडीए सरकार में शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति चिंताजनक है।
- महागठबंधन के समर्थन की आवश्यकता है।
- बिहार की जनता का संकल्प महत्वपूर्ण है।
पटना, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्पष्ट किया कि बिहार में बदलाव की आवश्यकता है।
सीएम सुक्खू ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि बिहार की जनता इस बार अपने बेहतर भविष्य के लिए मतदान करेगी।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि बिहार से बहुत से लोग हिमाचल प्रदेश में निवास करते हैं। हम उन्हें अपने परिवार का हिस्सा मानते हैं और उनका हमारे साथ रहना उन्हें अच्छा लगता है। बिहार में पिछले 20 वर्षों से एक ही गठबंधन की सरकार है, इसलिए जनता को बदलाव की आवश्यकता है।
पटना में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में बदलाव की आवश्यकता है और यह बदलाव हमेशा बेहतर कल की ओर ले जाता है। हिमाचल प्रदेश में हमने वादा किया था कि कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम वापस दी जाएगी, और पहले कैबिनेट बैठक में इसे लागू कर दिया गया। आज लाखों कर्मचारी और अधिकारी इस निर्णय का लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
उन्होंने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। विकास की राह पर चलने के बजाय, बिहार आज बेरोजगारी, पलायन और निराशा के चक्रव्यूह में फंसता जा रहा है। हमने हिमाचल प्रदेश में ओपीएस को बहाल किया है, जिससे लाखों कर्मचारियों और अधिकारियों को लाभ मिल रहा है। किसानों और पशुपालकों को दूध, गेहूं, जौ, मक्की और कच्ची हल्दी पर एमएसपी प्रदान कर रहे हैं।
सीएम ने कहा कि कभी बुद्ध की इस पावन भूमि ने पूरे विश्व को ज्ञान और दिशा दी थी। आज वही बिहार एनडीए की नीतियों के कारण सही दिशा की तलाश में भटक रहा है। अब समय आ गया है कि बिहार की जागरूक और कर्मठ जनता इस नाकाम सरकार को बदले और नई दिशा प्रदान करे।
उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि बिहार के भविष्य के लिए, युवाओं के रोजगार के लिए, किसानों की समृद्धि और समाज की समानता के लिए मिलकर महागठबंधन की सरकार बनाएं।