क्या बिहार के मतदाताओं के साथ मजाक चल रहा है? वोट चोरी नहीं सहेंगे: दीपांकर भट्टाचार्य

सारांश
Key Takeaways
- वोटर अधिकार यात्रा का उद्देश्य चुनावी धांधलियों के खिलाफ आवाज उठाना है।
- 1300 किलोमीटर की यात्रा का आयोजन किया जा रहा है।
- बिहार के 65 लाख मतदाताओं के अधिकारों की सुरक्षा जरूरी है।
- यात्रा में इंडिया ब्लॉक के नेता भी शामिल होंगे।
- जनता को अपने अधिकारों के लिए एकजुट होना होगा।
पटना, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज से बिहार में वोटर अधिकार यात्रा की शुरुआत करने जा रहे हैं। इस यात्रा में इंडिया ब्लॉक के घटक दलों के नेता भी शामिल होंगे। इस यात्रा में भाकपा (माले) महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य पूरे समय उपस्थित रहेंगे।
यात्रा में शामिल होने से पहले उन्होंने कहा कि एसआईआर के जरिए बिहार के मतदाताओं के साथ मजाक चल रहा है। बिहार की जनता वोट चोरी नहीं सहेगी। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि आज से वोटर अधिकार यात्रा शुरू हो रही है। यह यात्रा 1300 किलोमीटर की है। इसकी शुरुआत सासाराम से हो रही है। यह अगस्त का महीना है, आजादी का महीना है।
उन्होंने कहा, "आजादी से संविधान मिला था और उसी संविधान से हर नागरिक को वोट का अधिकार मिला है। आज वह अधिकार खतरे में है। 65 लाख लोगों का नाम मतदाता सूची से बाहर कर दिया गया। जिंदा लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। यह पूरे देश ने देखा।"
उन्होंने कहा कि 35 लाख मजदूर, जो बाहर कमाने गए हैं, उन्हें बाहरी घोषित कर दिया गया है, जबकि गुजरात के नेता पटना में आकर मतदाता बन चुके हैं। बिहार के मतदाताओं के साथ मजाक हो रहा है, जिसे सभी को मिलकर रोकना ही होगा। हर कीमत पर वोट के अधिकार की रक्षा करनी होगी, संविधान की और देश की आजादी की रक्षा करनी होगी। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आप सभी इस यात्रा में शामिल होइए और इस यात्रा के उद्देश्य को बिहार के सभी कोनों तक ले जाइए। जन-जन का एक ही पुकार, यह वोट चोरी और वोट बंदी नहीं सहेंगे। यह सीनाजोरी नहीं सहेंगे।
उन्होंने कहा कि यात्रा का उद्देश्य चुनावी धांधलियों के खिलाफ जनता की आवाज को मजबूत करना और रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेती-किसानी और सामाजिक न्याय जैसे बुनियादी अधिकारों के लिए पूरे राज्य में व्यापक आंदोलन खड़ा करना है।