क्या बिहार की जनता को एनडीए का विकास पसंद है? संतोष कुमार सिंह का बयान

सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही हैं।
- संतोष कुमार सिंह ने लालू-राबड़ी शासन को 'जंगल राज' कहा।
- एनडीए सरकार ने विकास कार्यों पर जनता का भरोसा जीतने की कोशिश की है।
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नेतृत्व महत्वपूर्ण है।
- बिहार की जनता अब 'जंगल राज' से दूर रहना चाहती है।
रोहतास, 17 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। बिहार सरकार में मंत्री संतोष कुमार सिंह ने लालू-राबड़ी शासन को 'जंगल राज' करार दिया।
मंत्री संतोष कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए सरकार की अगुवाई में बिहार को विकास के पथ पर लाने का श्रेय दिया।
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता को एनडीए के शासन में हुए विकास कार्य पर भरोसा है और जनता विकास के नाम पर एनडीए उम्मीदवारों को वोट करेगी। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने 2005 के बाद 'जंगल राज' को समाप्त कर बिहार को प्रगति की राह पर लाया, और आज बिहार एक विकसित राज्य बनने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार के प्रति जनता का भरोसा अटूट है और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की सरकार पुनः बनेगी।
बिहार सरकार में मंत्री ने कहा कि बिहार की जनता अब 'जंगल राज' और परिवारवादी पार्टियों की ओर नहीं लौटना चाहती। इसके बजाय, लोग विकसित बिहार के निर्माण के लिए एनडीए के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि 2005 के बाद एनडीए सरकार ने समाज के सभी वर्गों के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में कई लाभकारी योजनाएं चल रही हैं, जिन पर जनता का विश्वास है।
उन्होंने बिना नाम लिए लालू-राबड़ी शासन पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार अब पूरी तरह से विकास के रास्ते पर है और डबल इंजन की एनडीए सरकार ने सभी वर्गों के लिए समान रूप से काम किया है। बिहार चुनाव में एनडीए की रणनीतियों का जिक्र करते हुए कहा कि विकास ही मुख्य मुद्दा रहेगा और बिहार की जनता ने नीतीश कुमार को इस जिम्मेदारी को पूरा करने का दायित्व सौंपा है। कोई भी पार्टी अब जनता को गलतफहमी में नहीं डाल सकती, क्योंकि बिहार के लोग विकास के साथ मजबूती से खड़े हैं।
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव दो चरण में आयोजित कराए जाएंगे। पहले चरण के लिए 17 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है।