क्या बिहार की राजनीति में ‘जलेबी’ की एंट्री हुई है?

सारांश
Key Takeaways
- ‘जलेबी’ का जिक्र बिहार की राजनीति में चर्चा का विषय बन गया है।
- पीएम मोदी ने इसे मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के संदर्भ में उठाया।
- पुतुल देवी की कहानी ने स्थानीय महिलाओं की आर्थिक स्थिति को उजागर किया।
- हरियाणा चुनावों में भी जलेबी पर राजनीति हुई थी।
- बिहार में अब विधानसभा चुनाव से पहले यह चर्चा फिर से गर्मा गई है।
नई दिल्ली/पटना, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के बाद अब बिहार की राजनीति में भी ‘जलेबी’ का जिक्र होने लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ की लाभार्थी से बातचीत करते समय ‘जलेबी’ का उल्लेख किया और कहा कि एक समय देश में ‘जलेबी’ पर काफी राजनीति हुई थी।
पीएम मोदी ने बिहार में ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ का वर्चुअली शुभारंभ किया। इस अवसर पर राज्य में विभिन्न प्रशासनिक स्तरों पर एक व्यापक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें लाखों महिलाएं शामिल हुईं। पीएम मोदी ने कई लाभार्थी महिलाओं से संवाद भी किया।
पूर्णिया की पुतुल देवी ने प्रधानमंत्री के साथ बातचीत में सरकार की योजनाओं की सराहना की। उन्होंने कहा, "पहले मैं लड्डू-बतासे की दुकान चलाती थी। अब सरकार की योजना के तहत मिलने वाली राशि से मैं जलेबी और अन्य मिठाइयां बनाऊंगी। जीविका बैंक से कम ब्याज पर लोन लेकर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करूंगी।"
पुतुल देवी की बात खत्म होने के बाद पीएम मोदी ने उनकी कठिनाइयों और सामाजिक चुनौतियों पर चर्चा की।
इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "पुतुल देवी ने जलेबी का जिक्र किया। क्या आपको पता है कि हमारे देश में कभी जलेबी पर काफी राजनीति हुई थी?" इस पर सभी ने हंसी मस्ती में ठहाके लगाए।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान भी जलेबी को लेकर राजनीति हुई थी। यह चर्चा उस समय शुरू हुई जब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गोहाना में एक रैली में इसका जिक्र किया था। हालांकि, उस चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था।
इसके बाद भाजपा के कई नेताओं को जलेबी बनाते और बांटते देखा गया। अब बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले जलेबी पर चर्चा फिर से शुरू हो गई है।