क्या बिहार में आपराधिक घटनाओं के लिए माफिया और राजद का गठजोड़ जिम्मेदार है?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाएं चिंता का विषय हैं।
- उपमुख्यमंत्री ने राजद पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- माफिया और राजद के संबंधों पर सवाल उठाए गए हैं।
- सरकार कानून व्यवस्था में सुधार के लिए प्रयासरत है।
- विपक्ष लगातार सरकार को निशाने पर ले रहा है।
पटना, 12 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में आपराधिक घटनाओं पर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को कठोर आलोचना का निशाना बनाया है। उनका कहना है कि बिहार में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों के पीछे बालू माफिया, शराब माफिया, और जमीन माफिया का हाथ है, और इनमें से अधिकांश लोग राजद से जुड़े हुए हैं।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आज हो रही घटनाओं का संबंध राजद से क्यों है? राजद के सदस्य बालू माफिया, जमीन माफिया, और शराब माफिया के साथ सांठगांठ में लिप्त हैं।
पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि आज हो रही हत्याएं और अपराध, विशेष रूप से बालू और शराब माफिया के कारण हैं, जो पुलिस की कमजोरी का परिणाम हैं। सरकार पूरी सजगता से कार्रवाई कर रही है।
उन्होंने राजद पर आरोप लगाया कि यह पार्टी बिहार में अराजकता फैलाना चाहती है क्योंकि चुनाव नजदीक आ रहे हैं। लेकिन बिहार में अराजकता फैलाने में वे सफल नहीं होंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने में कोई ढिलाई नहीं बरतेंगे। सभी घटनाओं पर कार्रवाई की जा रही है।
उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने इस संदर्भ में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को 'ब्रेनलेस' संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति संवैधानिक संस्थाओं के बारे में गलत बयान नहीं दे सकता। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद चुनाव आयोग पर सवाल उठाना अनुचित है। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तियों को संवैधानिक पद छोड़ देना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए। ये लोग समाज को भ्रमित करने और संवैधानिक संस्थाओं को लेकर भ्रम फैलाने का कार्य कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि विपक्ष बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर लगातार सरकार को निशाने पर ले रहा है।