क्या बिहार में मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या पर तेजस्वी यादव ने उठाया सवाल?
सारांश
Key Takeaways
- दुलारचंद यादव की हत्या चुनावी माहौल को प्रभावित करती है।
- तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया कि लोग बंदूक लेकर कैसे घूम सकते हैं।
- पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
- राजनीतिक संरक्षण का सवाल उठ रहा है।
- बिहार की जनता को इस चुनाव में जवाब देने का मौका मिलेगा।
पटना, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का माहौल गरम है। इसी बीच, पटना के निकट मोकामा में जन सुराज के एक समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या की खबर है। इस मामले पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने यह सवाल उठाया कि चुनाव आचार संहिता के दौरान लोग बंदूक लेकर कैसे घूम सकते हैं?
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य में चुनाव आचार संहिता लागू है, फिर भी कुछ लोग बंदूक और गोली लेकर कैसे घूम रहे हैं? प्रधानमंत्री 20 साल पहले की बात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सिवान में एक एएसआई की गोली मारकर हत्या कर दी गई और मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या की गई। किस तरह के लोग बिहार पर काबिज हैं, अब यह लोगों के समझ में आ रहा है। उन्होंने कहा कि इन लोगों की हार की बौखलाहट अब सबके सामने आ रही है।
तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया कि कौन लोग हैं जो इन अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं। ये लोग हार से डरे हुए हैं। बिहार की जनता इन लोगों को इस चुनाव में इसका जवाब देगी। शासन प्रशासन में जितने लोग हैं, वे अपराधियों को संरक्षण देने के लिए ही बैठे हैं। अपनी कुर्सी को बचाने के लिए ये अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी अपने समर्थकों के साथ चुनाव प्रचार में निकले थे। इस दौरान उनके काफिले पर कुछ लोगों ने लाठी-डंडे से हमला कर दिया। आरोप है कि भीड़ में किसी ने गोली चलाई, जो दुलारचंद यादव को लगी, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
ज्ञात हो कि मोकामा से जदयू ने अनंत सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है।