क्या बिहार में भारी बहुमत से एनडीए सरकार बनाएगी: दिलीप जायसवाल

सारांश
Key Takeaways
- अमित शाह का बिहार दौरा भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है।
- भाजपा कार्यकर्ताओं का जोश आगामी चुनाव में दिखेगा।
- दिल्ली और पंजाब में बिहारी समुदाय के प्रति टिप्पणी पर सवाल उठाए गए।
- प्रियंका गांधी के दौरे पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
- बिहार में एनडीए की सरकार बनाने की तैयारी है।
पटना, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने दो दिवसीय बिहार दौरे पर हैं। इस दौरान वे आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और जमीनी कार्यकर्ताओं से लगातार मुलाकात कर रहे हैं। बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बताया कि गृह मंत्री शाह हर दिन 10 जिलों के प्रमुख कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे हैं और उन्हें चुनावी दिशा-निर्देश दे रहे हैं।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से खास बातचीत में दिलीप जायसवाल ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिवसीय बिहार दौरे पर हैं। इस दौरान वे प्रतिदिन दस जिलों के प्रमुख पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं। शुक्रवार को बेतिया में उन्होंने पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान और सारण जिलों के करीब 300 कार्यकर्ताओं से संवाद किया। इसके बाद रात में उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक समीक्षा बैठक की।
इस बैठक में भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सहित अन्य कई मंत्री, सांसद और विधायक तथा कई पार्टी पदाधिकारी उपस्थित थे।
जायसवाल ने आगे कहा कि आज वे समस्तीपुर के सरायरांजन और अररिया के फारबिसगंज, जोगबनी के पास प्रमुख कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। वे आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं को दिशा-निर्देश दे रहे हैं। कार्यकर्ताओं का जोश आगामी विधानसभा चुनाव में स्पष्ट दिखेगा। हमारे कार्यकर्ता दो-तिहाई से अधिक बहुमत के साथ सरकार बनाने की तैयारी में जुटे हैं। बिहार में भारी बहुमत से एनडीए की सरकार बनेगी।
वहीं, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के बिहार दौरे पर प्रतिक्रिया देते हुए जायसवाल ने कहा कि प्रियंका गांधी को पांच साल बाद बिहार याद आया है। पिछले पांच वर्षों में वे राज्य नहीं आईं और अब चुनाव नजदीक आने पर अचानक उन्हें बिहार की याद आ गई। दिल्ली और पंजाब में जब बिहारी को गाली दी जाती है, तब प्रियंका गांधी ताली बजाती हैं। अब वे किस मुंह से बिहार की जनता के बीच आ रही हैं, इसका जवाब उन्हें देना चाहिए।