क्या अब बिहार में विकास की राजनीति होती है? रुझानों में एनडीए की बढ़त पर बोले डिप्टी सीएम विजय शर्मा
सारांश
Key Takeaways
- बिहार की जनता अब विकास की राजनीति को प्राथमिकता देती है।
- जंगलराज का युग समाप्त हो चुका है।
- मतदाता सूची पुनरीक्षण से फर्जी मतदाताओं की पहचान होती है।
- बिहार में मतदान प्रतिशत में वृद्धि हुई है।
- सरकार बांग्लादेश
रायपुर, १४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि बिहार के शुरुआती रुझानों से यह स्पष्ट है कि अब जंगलराज का युग समाप्त हो चुका है। वर्तमान में प्रदेश की जनता जागरूक हो चुकी है, जिसे केवल विकास की राजनीति पसंद है।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में विकास की राजनीति के साथ कोई समझौता नहीं होगा। राज्य की जनता जंगलराज के युग को नहीं चाहती है। जनता ने यह सुनिश्चित किया है कि वह दौर राज्य में वापस नहीं आना चाहिए।
उन्होंने बताया कि मतदाता सूची पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत अगर किसी फर्जी मतदाता को चिन्हित कर उसका नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है, तो इससे किसी को क्यों आपत्ति होनी चाहिए? मतदाता सूची पुनरीक्षण के तहत यह सुनिश्चित किया गया है कि किसी भी फर्जी मतदाता को मतदान का अधिकार न मिले। हमने प्रदेश में मतदाता सूची पुनरीक्षण किया है। यही कारण है कि बिहार में इस बार मतदान प्रतिशत में वृद्धि हुई है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि हमारी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि बांग्लादेश से आने वाले किसी भी घुसपैठिए को मतदान का अधिकार नहीं मिले। इसलिए मतदाता सूची पुनरीक्षण के तहत ऐसे फर्जी मतदाता को चिन्हित किया जा रहा है। हमारे देश में केवल यहीं के नागरिक को मतदान का अधिकार दिया जाएगा। इसके अलावा, किसी भी बांग्लादेशी नागरिक को मतदान करने की अनुमति नहीं दी जाएगी; हम ऐसा बिल्कुल भी नहीं होने देंगे।
जहां तक बिहार विधानसभा चुनाव की गिनती का सवाल है, प्रारंभिक रुझानों में एनडीए बढ़त बनाती हुई नजर आ रही है और महागठबंधन पीछे चल रहा है। बिहार में ६ और ११ नवंबर को प्रदेश की २४३ विधानसभा सीटों पर दो चरणों में चुनाव हुए थे।