क्या सरकार 24 से 72 घंटे में एक्शन ले रही है? तेजस्वी यादव को याद दिलाना चाहिए: विजय सिन्हा

सारांश
Key Takeaways
- सरकार की त्वरित कार्रवाई
- विपक्ष के आरोपों का खंडन
- संविधान का सम्मान
- आर्थिक विकास की दिशा में प्रयास
- भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई
पटना, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। इस बीच, बिहार में बढ़ते अपराध और एसआईआर को लेकर विपक्ष ने राज्य सरकार पर लगातार निशाना साधा है। उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने इस पर कड़ा जवाब दिया है।
बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर हमला करते हुए कहा कि इतना बड़ा राज्य होने के बावजूद, घटनाएं घटित हो रही हैं तो सरकार का एक्शन भी नजर आ रहा है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को यह बताना चाहिए कि जब वे सत्ता में थे, तब क्या घटनाएं नहीं हो रही थीं? एनडीए सरकार एक्शन मोड में है। सरकार 24 से 72 घंटे के भीतर कार्रवाई कर रही है और सकारात्मक परिणाम भी मिल रहे हैं। घटनाएं ज्यादातर अकस्मात या पारिवारिक संघर्ष से जुड़ी हुई हैं और इनके प्रति त्वरित कार्रवाई की जा रही है। यह घटनाएं हालांकि दुखद हैं, लेकिन सरकार इन्हें गंभीरता से ले रही है और प्रशासन तेजी से कार्यवाही कर रहा है।
सिन्हा ने राजद और कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार की मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) सिर्फ एक बहाना है, असल में उनका लक्ष्य संविधान का अपमान करना है। संविधानिक संस्था के प्रति भ्रम फैलाना संविधान का अपमान है और ऐसे लोगों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।
डिप्टी सीएम ने अमेरिका के टैरिफ पर भी टिप्पणी की, उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय में भी प्रतिबंध लगे थे, लेकिन वे देश की आर्थिक उन्नति को बढ़ावा देते रहे। यह 21वीं सदी का भारत है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का आर्थिक विकास तेजी से आगे बढ़ेगा।
सिन्हा ने कैग रिपोर्ट में उजागर हुए घोटालों पर कहा कि कृषि विभाग में यह मामला केवल तीन प्रतिशत है, जो कि उनके कार्यकाल का नहीं है। सरकार के हिस्से से पूरी पारदर्शिता आवश्यक है। जो लोग भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं, उन्हें अपने समय की स्थिति पर ध्यान देना चाहिए।
विजय कुमार सिन्हा ने विपक्ष पर नौटंकी और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि वे लालू परिवार के पारिवारिक मामलों में नहीं पड़ेंगे। बिहार लोकतंत्र की भूमि है और परिवार तंत्र की जमींदारी किसी के लिए उचित नहीं है, क्योंकि यह लोकतंत्र को समाप्त कर देती है।