क्या बिहार में हर तरफ अपराध बढ़ रहा है? : सलमान खुर्शीद

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में अपराध बढ़ रहा है।
- सरकार को जनता को जवाब देना चाहिए।
- सुप्रीम कोर्ट ने वोटर लिस्ट पर महत्वपूर्ण प्रश्न उठाए हैं।
- विपक्ष ने याचिका दायर की है।
- नीतीश सरकार को कानून व्यवस्था पर ध्यान देना होगा।
पटना, १२ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर नीतीश सरकार सत्ता और विपक्ष के निशाने पर है। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि कानून व्यवस्था की स्थिति ऐसी क्यों है।
सलमान खुर्शीद ने कहा कि यदि सरकार जवाब नहीं दे सकती है तो इसके पीछे के कारण क्या हैं। जनता को जवाब की आवश्यकता है।
शनिवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान कांग्रेस नेता ने कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। हत्याएं, लूटपाट अब साधारण सी बात हो गई है। बड़े व्यापारियों से लेकर छोटे व्यापारी तक सुरक्षित नहीं हैं। बिहार में चारों तरफ अपराध बढ़ रहा है, जो कि दुखदायी है। कानून व्यवस्था को सुधारने का दायित्व नीतीश सरकार का है। लेकिन, डबल इंजन की सरकार कानून व्यवस्था को संभालने में विफल रही है। सत्ता में बैठी सरकार को बताना चाहिए कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है कि कानून व्यवस्था की स्थिति दिन पर दिन बिगड़ती जा रही है। यदि कोई कारण है, तो सरकार को उसे जनता तक पहुंचाना चाहिए। यदि सरकार जवाब नहीं दे पा रही है, तो यह एक गंभीर प्रश्न है। इससे स्पष्ट है कि चुनाव के समय सवाल का जवाब मांग जाएगा और उत्तर देना होगा।
बिहार में मतदाता सूची संशोधन मामले पर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई पर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने याचिका की समीक्षा की है और कुछ सकारात्मक संकेत दिए हैं। कोर्ट ने पूछा है कि कुछ आवश्यक दस्तावेजों की जांच क्यों नहीं हो रही है। उन दस्तावेजों की उचित जांच होनी चाहिए। जैसे कि आधार कार्ड का महत्व माना जाता है। आधार कार्ड को दस्तावेज के तौर पर संज्ञान में क्यों नहीं लिया जा रहा है।
कोर्ट के इस तर्क को कांग्रेस नेता ने अच्छे संकेत के तौर पर लिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को कोर्ट के इस तर्क पर जवाब देना होगा। आगे जो भी होगा, उसी अनुसार, हम लोग रणनीति बनाएंगे।
विपक्ष वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन के खिलाफ है और विपक्ष की ओर से सुप्रीम कोर्ट में इसे रोकने के लिए याचिका लगाई गई थी। कोर्ट ने इस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है।