क्या बिहार में बुजुर्गों और विधवाओं की पेंशन बढ़ी है 1,100 रुपए तक? दिलीप जायसवाल ने बताया ऐतिहासिक कदम

सारांश
Key Takeaways
- बुजुर्गों और विधवाओं की पेंशन राशि 400 से 1,100 रुपए हुई।
- भाजपा अध्यक्ष ने इसे ऐतिहासिक कदम बताया।
- डीबीटी के माध्यम से 1227.27 करोड़ रुपए का ट्रांसफर हुआ।
- राज्य के 1 करोड़ 11 लाख लाभार्थियों को लाभ मिलेगा।
- सामाजिक सुरक्षा को मजबूती मिलेगी।
पटना, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में ‘सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना’ के अंतर्गत बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवाओं को अब हर महीने 400 रुपए की बजाय 1,100 रुपए पेंशन प्रदान की जाएगी। इस निर्णय को भाजपा के बिहार अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने ऐतिहासिक कदम बताया है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से बिहार के लोग अत्यंत खुश हैं।
भाजपा के बिहार अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने शुक्रवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह ऐतिहासिक फैसला है। उनके नेतृत्व में आज बिहार की जनता को सामाजिक सुरक्षा का उपहार दिया गया है। इस फैसले को लेकर बिहार के लोगों में खुशी का माहौल है। सामाजिक सुरक्षा होने से बिहार आगे बढ़ेगा। समाज की अंतिम पंक्ति के लोग भी मुख्यधारा से जुड़ेंगे। इससे पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार का सपना पूरा होगा।"
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 21 जून को ऐलान किया था कि ‘सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना’ के तहत सभी बुजुर्गों, दिव्यांगजनों और विधवा महिलाओं को अब हर महीने 400 रुपए की बजाय 1,100 रुपए पेंशन मिलेगी।
इस निर्णय के अनुसार शुक्रवार को 1 करोड़ 11 लाख से अधिक लाभार्थियों के खातों में 1227.27 करोड़ रुपए की पेंशन राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिए भेजी गई। सीएम नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से इसकी जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अंतर्गत राज्य के 1 करोड़ 11 लाख से अधिक लाभार्थियों के खाते में डीबीटी के माध्यम से बढ़ी हुई दर से 1227.27 करोड़ रुपए की राशि अंतरित की गई। सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि 400 रुपए से बढ़ाकर 1,100 रुपए कर दी गई है, जिसका लाभ राज्य की एक बड़ी आबादी को मिलेगा। समाज के हर वर्ग के लोगों के कल्याण के लिए हम लोग निरंतर प्रयासरत हैं ताकि सभी एक सम्मानजनक तथा बेहतर जीवन व्यतीत कर सकें।