क्या बिहार में 'डॉग बाबू' और 'सोनालिका ट्रैक्टर' के बाद डोनाल्ड ट्रंप के नाम से फर्जी आवेदन हुआ?

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क्या बिहार में 'डॉग बाबू' और 'सोनालिका ट्रैक्टर' के बाद डोनाल्ड ट्रंप के नाम से फर्जी आवेदन हुआ?

सारांश

बिहार में फर्जी निवास प्रमाण पत्रों की एक नई घटना ने प्रशासन को हिलाकर रख दिया है। डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर आवासीय प्रमाण पत्र का आवेदन खारिज कर दिया गया है, जिससे एक बार फिर फर्जीवाड़े का मामला सुर्खियों में आ गया है। क्या यह केवल एक संयोग है या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश है?

Key Takeaways

  • समस्तीपुर जिले में फर्जी निवास प्रमाण पत्र का मामला सामने आया है।
  • डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर आवेदन करने की कोशिश की गई।
  • प्रशासन ने आवेदन को खारिज कर दिया।
  • अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
  • इससे पहले भी फर्जी आवेदन के मामले सामने आ चुके हैं।

समस्तीपुर, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में 'डॉग बाबू' के नाम से निवास प्रमाण पत्र जारी होने की घटना के कुछ ही दिन बाद, समस्तीपुर जिले में एक और हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर आवासीय प्रमाण पत्र बनाने का प्रयास किया गया, जिसे प्रशासन ने गंभीरता से लिया और आवेदन को खारिज कर दिया।

प्रखंड विकास पदाधिकारी मोहिउद्दीननगर ने इस आवेदन की जानकारी देते हुए कहा, "समस्तीपुर के मोहिउद्दीननगर अंचल के लोक सेवा केंद्र में 29 जुलाई 2025 को ऑनलाइन आवेदन (संख्या: बीआरसीसीओ/2025/17989735) के माध्यम से डोनाल्ड जॉन ट्रंप के नाम से निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन प्राप्त हुआ था। आवेदन में ग्राम-हसनपुर, वार्ड नंबर-13, पोस्ट-बाकरपुर, थाना-मोहिउद्दीननगर, प्रखंड-मोहिउद्दीननगर, जिला-समस्तीपुर का पता दर्ज था। जांच में यह पाया गया कि आवेदन में फोटो, आधार नंबर, बार कोड और पते में छेड़छाड़ की गई थी। इस पर राजस्व अधिकारी, मोहिउद्दीननगर ने 4 अगस्त 2025 को आवेदन को अस्वीकृत कर दिया।"

उन्होंने यह भी कहा कि इस आवेदन के माध्यम से विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम की छवि को खराब करने का प्रयास किया गया। उन्होंने यह आरोप लगाया कि यह कृत्य वर्तमान में निर्वाचन आयोग के निर्देश पर चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम (एसआईआर) को नकारात्मक रूप से प्रभावित करने की साजिश का हिस्सा हो सकता है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अज्ञात के खिलाफ समस्तीपुर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

इससे पहले भी बिहार में 'डॉग बाबू' और 'सोनालिका ट्रैक्टर' के नाम से इसी तरह के फर्जी आवेदन सामने आ चुके हैं। इस मामले के प्रकाश में आने के बाद जिला प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। स्थानीय थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है और पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।

Point of View

बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को भी प्रभावित करता है। ऐसे मामलों की गंभीरता को समझते हुए प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
NationPress
06/08/2025

Frequently Asked Questions

बिहार में डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर फर्जी आवेदन क्यों किया गया?
यह आवेदन संभवतः विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम को नकारात्मक रूप से प्रभावित करने के लिए किया गया था।
प्रशासन ने इस मामले में क्या कार्रवाई की?
प्रशासन ने आवेदन को खारिज कर दिया और अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
'डॉग बाबू' और 'सोनालिका ट्रैक्टर' के नाम पर भी फर्जी आवेदन आए थे?
'डॉग बाबू' और 'सोनालिका ट्रैक्टर' के नाम पर भी इसी तरह के फर्जी आवेदन पहले सामने आ चुके हैं।