क्या पीएम मोदी के नेतृत्व में बिहार के हर क्षेत्र में विकास हो रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- पितृपक्ष मेला 2025 का उद्घाटन गयाजी में हुआ।
- डॉ. प्रेम कुमार ने पीएम मोदी के नेतृत्व में विकास की बात की।
- लगभग 300 करोड़ की लागत से गया रेलवे स्टेशन का जीर्णोद्धार।
- फल्गु नदी पर देश का सबसे बड़ा रबर डैम बनाया गया।
- शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में भी विकास हो रहा है।
गयाजी, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के गयाजी में स्थित विष्णुपद मंदिर के समीप विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 2025 का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने बताया कि पीएम मोदी के नेतृत्व में बिहार का हर क्षेत्र तेजी से विकास कर रहा है।
इस मौके पर डॉ. प्रेम कुमार, जिला प्रभारी मंत्री सुनील कुमार, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी, पर्यटन मंत्री राजू कुमार सिंह, विधायक मनोरमा देवी, मंजू अग्रवाल, मेयर गणेश पासवान, जिला परिषद अध्यक्ष नैना देवी एवं अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर पितृपक्ष मेले का शुभारंभ किया।
मीडिया से बातचीत में डॉ. प्रेम कुमार ने बिहार सरकार की कई उपलब्धियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में बिहार में हर क्षेत्र का विकास हो रहा है। राज्य की विभिन्न योजनाओं का लाभ जनता को मिल रहा है। लगभग 300 करोड़ की लागत से गया रेलवे स्टेशन का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। साथ ही, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा फल्गु नदी पर देश का सबसे बड़ा रबर डैम बनाया गया है, जिससे फल्गु नदी में पूरे वर्ष पानी रहता है, जिसका उपयोग तीर्थयात्री तर्पण कर्मकांड के लिए करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण विकास हो रहा है। बोधगया महाबोधि मंदिर और विष्णुपद मंदिर के लिए कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है, जिससे तीर्थ यात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी। शहर में आरओबी और विभिन्न पहाड़ों पर रोप-वे का निर्माण किया जा रहा है। चाहे वह ब्रह्मयोनि पहाड़ हो या प्रेतशिला पहाड़, इन पहाड़ों पर रोप-वे के निर्माण से तीर्थयात्रियों को सहूलियत मिलेगी। आने वाले समय में गया में विभिन्न क्षेत्रों में और भी विकास देखा जाएगा।
यह ध्यान देने योग्य है कि पितृपक्ष मेला 21 सितंबर तक चलेगा, जहां देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्री पितरों की मोक्ष कामना के लिए पिंडदान और तर्पण कर्मकांड करेंगे।