क्या बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण का अभियान सफल हो रहा है?

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क्या बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण का अभियान सफल हो रहा है?

सारांश

बिहार में विधानसभा चुनावों की तैयारी के तहत मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है। 14 दिनों में लगभग आधे फॉर्म एकत्रित हो चुके हैं। क्या यह प्रक्रिया 25 जुलाई से पहले पूरा हो पाएगी? जानिए इस अभियान की सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ।

Key Takeaways

  • मतदाता सूची पुनरीक्षण का अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है।
  • 14 दिनों में लगभग आधे फॉर्म एकत्रित हो चुके हैं।
  • 25 जुलाई अंतिम तिथि है।
  • बीएलओ की संख्या में वृद्धि से संग्रह कार्य में तेजी आई है।
  • लगभग 4 लाख स्वयंसेवक इस प्रक्रिया में मदद कर रहे हैं।

पटना, 9 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनावों की तैयारियों के तहत मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान तेजी से चल रहा है। एसआईआर फॉर्म संग्रह 14 दिनों में लगभग आधे के करीब पहुंच गया है, जबकि अभी 17 दिन शेष हैं।

चुनाव आयोग की एक विज्ञप्ति के अनुसार, मंगलवार शाम 6 बजे तक एसआईआर की प्रगति को देखते हुए यह संभावना है कि गणना प्रपत्रों का संग्रह कार्य 25 जुलाई से पहले ही पूरा हो जाएगा।

आयोग के अनुसार, एसआईआर 3,70,77,077 गणना प्रपत्रों के साथ अच्छी स्थिति में चल रहा है, जो 24 जून को एसआईआर निर्देश जारी होने के बाद से पहले 14 दिनों में एकत्र किए गए हैं। यह बिहार के कुल 7,89,69,844 (लगभग 7.90 करोड़) मतदाताओं का 46.95 प्रतिशत है।

इस प्रक्रिया के पहले दो सप्ताह में 7.90 करोड़ फॉर्म छापे गए, और 97 प्रतिशत से अधिक फॉर्म (7,70,44,990) मतदाताओं को वितरित किए जा चुके हैं। इसके साथ ही, 18.16 प्रतिशत फॉर्म ईसीआईनेट में अपलोड किए गए हैं। बहुत से संभावित मतदाता एसआईआर के 24 जून के आदेश में निर्दिष्ट पात्रता दस्तावेजों के साथ गणना फॉर्म जमा करना पसंद कर रहे हैं। अब, शेष आधे गणना प्रपत्रों और पात्रता दस्तावेजों को एकत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि 25 जुलाई तक 17 दिन और बचे हैं।

चुनाव आयोग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में यानी सोमवार शाम 6 बजे से 82,78,617 गणना फॉर्म एकत्र किए गए हैं, जो एक दिन में एकत्र किए गए फॉर्म का 10.5 प्रतिशत है। यदि इस गति को बनाए रखा गया तो लगभग 50 प्रतिशत फॉर्म एकत्र किए जाने के साथ यह प्रक्रिया समय से पहले पूरी की जा सकेगी। जमीनी स्तर पर 20,603 बीएलओ के जुड़ने से संग्रह कार्य में और तेजी आई है। पहले से ही 77,895 बीएलओ घर-घर जाकर मतदाताओं को उनके गणना फॉर्म भरने और उन्हें एकत्र करने में सहायता कर रहे हैं। बीएलओ ने प्रत्येक घर में अपने अनिवार्य तीन दौरों में से पहला दौरा पहले ही पूरा कर लिया है और दूसरा दौरा चल रहा है।

आयोग के अनुसार, लगभग 4 लाख स्वयंसेवक, जिनमें सरकारी अधिकारी, एनसीसी कैडेट, एनएसएस सदस्य आदि शामिल हैं, बुजुर्गों, दिव्यांगों, बीमार और कमजोर आबादी को एसआईआर प्रक्रिया में सुविधा प्रदान करने के लिए मैदान पर काम कर रहे हैं। इसके अलावा, सभी 243 एसी, 963 एईआरओ, 38 डीईओ और राज्य के सीईओ को कवर करने वाले ईआरओ जमीनी स्तर पर मतदाताओं को उनके फॉर्म जमा करने में सहायता प्रदान करने के लिए मौजूद हैं। सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के जिला अध्यक्षों ने भी बीएलए की नियुक्ति में तेजी लाई है और वे जमीनी स्तर पर सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। आज की तारीख तक 1,56,626 बीएलए नियुक्त किए जा चुके हैं, जबकि इस प्रक्रिया की शुरुआत में 1,38,680 बीएलए नियुक्त किए गए थे। वे अब भी मतदाता सूची मैनुअल के 25.2.1 के अनुसार और अधिक बीएलए नियुक्त कर सकते हैं।

Point of View

NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

एसआईआर क्या है?
एसआईआर का मतलब विशेष गहन पुनरीक्षण है, जो मतदाता सूची को अपडेट करने के लिए किया जाता है।
मतदाता सूची में सुधार कैसे किया जाता है?
मतदाता सूची में सुधार करने के लिए योग्य मतदाताओं को गणना फॉर्म भरकर जमा करना होता है।
बीएलओ कौन होते हैं?
बीएलओ का मतलब ब्‍लॉक लेवल अधिकारी होता है, जो मतदाता सूची के कार्यों में सहायता करते हैं।
मतदाता सूची पुनरीक्षण का अंतिम तिथि क्या है?
मतदाता सूची पुनरीक्षण का अंतिम तिथि 25 जुलाई है।
क्या चुनाव आयोग इस प्रक्रिया को समय पर पूरा करेगा?
हां, यदि वर्तमान गति बनी रहती है तो चुनाव आयोग इस प्रक्रिया को समय पर पूरा कर सकता है।