क्या बिहार में परसरमा-अररिया 2-लेन अपग्रेडेशन के लिए 1547 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली?

सारांश
Key Takeaways
- 1547.55 करोड़ रुपये की मंजूरी
- स्थानीय उद्योगों को लाभ
- यातायात में सुधार
- भविष्य की ट्रैफिक आवश्यकताओं का ध्यान
- सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि
नई दिल्ली, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विकास को एक नई गति मिलने जा रही है। एनएच-327ई पर परसरमा-अररिया 2-लेन अपग्रेडेशन के लिए 1547.55 करोड़ रुपये की मंजूरी प्रदान की गई है। यह परियोजना सुपौल, पिपरा, त्रिवेणीगंज, रानीगंज जैसे घनी जनसंख्या वाले शहरी क्षेत्रों के लिए बाईपास के साथ विकसित की जाएगी। इस बारे में जानकारी केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दी।
इससे इन शहरों पर भारी वाहनों का दबाव कम होगा और यातायात अधिक सुरक्षित और सुगम बनेगा।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "बिहार के विकास को नई रफ्तार। बिहार में राष्ट्रीय राजमार्ग 327ई पर परसरमा से अररिया (102.193 किमी) मार्ग के पेव्ड शोल्डर सहित 2-लेन में ब्राउनफील्ड अपग्रेडेशन कार्य के लिए 1547.55 करोड़ रुपये की लागत के साथ स्वीकृति दी गई है।"
उन्होंने आगे कहा कि यह परियोजना सुपौल, पिपरा, त्रिवेणीगंज, रानीगंज जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों के लिए बाईपास के साथ बनाई जाएगी, जिससे भारी वाहनों का दबाव कम होगा और यातायात को अधिक सुगम बनाया जा सकेगा। इस मार्ग विकास परियोजना से न केवल यात्रा के समय और ईंधन की बचत होगी, बल्कि क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
इस परियोजना का विशेष लाभ मखाना, मत्स्यपालन, मक्का, दुग्ध उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण और अन्य छोटे उद्यमों को होगा, जो इस क्षेत्र की पारंपरिक आजीविका के स्रोत हैं।
बेहतर कनेक्टिविटी से किसानों और व्यापारियों को अपने उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने में सहूलियत मिलेगी, जिससे स्थानीय उद्योगों, कृषि और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। यह परियोजना न केवल वर्तमान की आवश्यकताओं को पूरा करेगी, बल्कि भविष्य की यातायात आवश्यकताओं को भी ध्यान में रखते हुए एक सतत और दूरदर्शी समाधान प्रदान करेगी।