क्या बिहार में 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' से महिलाओं को मिल रही है आर्थिक मदद?

सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं को 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता
- स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना
- भविष्य में दो लाख रुपए तक की मदद
- सरकार का आभार
- उद्यमिता को बढ़ावा देना
बेगूसराय, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' के अंतर्गत शुक्रवार को लाभार्थी महिलाओं को 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहायता देकर उन्हें प्रोत्साहित करना है। योजना के तहत प्राप्त राशि से लाभार्थियों ने अपनी खुशी व्यक्त की और सरकार के प्रति आभार प्रकट किया।
इस योजना के अंतर्गत बिहार में महिलाओं को 10,000 रुपए की आर्थिक मदद दी जा रही है। जो लाभार्थी इस राशि का सदुपयोग करके अपने व्यापार को बढ़ाती हैं, उन्हें भविष्य में दो लाख रुपए तक की सहायता दी जाएगी।
बिहार के बेगूसराय में कई जीविका दीदी भी इस योजना से लाभान्वित हुई हैं। उन्होंने 10,000 की राशि मिलने पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि वे इस पैसे से अपना खुद का व्यवसाय शुरू करेंगी। कुछ ने बताया कि वे सिलाई मशीन खरीदकर सिलाई-कढ़ाई का कार्य करेंगी, जबकि कुछ ने किराने की दुकान खोलने की योजना बनाई। कुछ ने पशुपालन में रुचि दिखाई।
एक लाभार्थी आशा ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "सरकार की तरफ से हमें 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता मिल रही है। गरीब परिवार के लिए इतने रुपए बहुत हैं। इन रुपयों से मैं व्यापार करूंगी। सरकार को इस मदद के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।"
गुड़िया देवी ने कहा, "सरकार गरीब वर्ग को ध्यान में रखकर कई योजनाएं ला रही है और हमारी मदद कर रही है। जो पैसा हमें मिला है, उससे हम अपनी जीविका चलाएंगे और अपने व्यापार को बढ़ाएंगे। मेरा सपना सिलाई मशीन की दुकान खोलने का था, अब इस योजना के पैसे से हमें दुकान खोलने में मदद मिलेगी।"
पूजा देवी ने कहा, "10 हजार की मदद मिलने पर खुशी है। मुख्यमंत्री नीतीश भैया ने रोजगार करने के लिए हमें रुपए प्रदान किए हैं। इनसे हमारी बहुत मदद होगी। मैं दुकान खोलने वाली हूं और अपने व्यापार को बढ़ाने में इन रुपयों की मदद लूंगी। इस आर्थिक मदद के लिए राज्य की एनडीए सरकार का बहुत धन्यवाद।"
लाभार्थी बीना देवी और मंजू देवी ने भी योजना की सराहना की। एक ने बताया कि सरकार से मिली राशि से मवेशी खरीदेंगी, जबकि दूसरी ने कहा कि वह दुकान चलाती हैं, ऐसे में अब दुकान को बढ़ाने में मदद मिलेगी।