क्या बिहार में एनडीए की सरकार बनने से कोई रोक सकता है? - नित्यानंद राय

सारांश
बिहार में एनडीए सरकार के गठन का दावा करते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने विपक्षी दलों पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने बिहार की जागरूक जनता के समर्थन की बात की और कहा कि अब कोई भी बिहार में एनडीए सरकार बनने से रोक नहीं सकता।
Key Takeaways
- बिहार में एनडीए सरकार का दावा
- विपक्षी दलों पर प्रहार
- बिहार का विकास
- सरकार की योजनाएं
- जनता की जागरूकता
औरंगाबाद, १३ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बिहार में एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार बनने का दावा किया है। गांधी मैदान में आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान उन्होंने कांग्रेस और राजद पर कड़ा प्रहार किया। उनका कहना है कि विपक्षी पार्टियों ने हमेशा जनता को धोखा देने की कोशिश की है, लेकिन अब बिहार की जनता जागरूक हो चुकी है।
नित्यानंद राय ने कहा, "जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, तब दूसरे देशों में भारत के सभी समुदायों के लोगों का अपमान होता था। उन पर अत्याचार किए जाते थे। हमने सीएए कानून लाकर भारतीयों की इज्जत को बहाल किया है, अब कोई भारतीय को गाली नहीं दे सकता।"
विपक्ष पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, "एनडीए का मुसलमान भाइयों से कोई विरोध नहीं है, लेकिन एनडीए ने जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना जैसे लोगों का विरोध किया है, जिन्होंने देश का बंटवारा लोभ में किया।"
मंत्री ने अपनी किसान पृष्ठभूमि का जिक्र करते हुए कहा, "मैं एक किसान का बेटा हूं। खेत के किनारे खड़े होकर खुशबू से पैदावार का पता लगा लेता हूं। इसलिए आज मैं खुलकर घोषणा करता हूं कि बिहार में हमारी सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता।"
उन्होंने एनडीए की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि बिहार का विकास आंधी की रफ्तार से हो रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और नल-जल जैसी योजनाओं के माध्यम से राज्य खुशहाल बिहार की ओर बढ़ रहा है। केंद्र सरकार ने बिहार को १४ लाख करोड़ रुपए दिए हैं, जिससे विकास को गति मिली है।
नित्यानंद राय ने कहा, "बाबा साहब अंबेडकर का वोट चुराने वाली कांग्रेस अब पीएम मोदी और उनकी मां का अपमान कर रही है। बिहार की जनता इसका बदला लेगी।" इस कार्यक्रम में पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह, सांसद देवेश चंद्र ठाकुर समेत कई नेता मौजूद थे।