क्या बिहार में रेलवे पुलिस ने बच्चे चोरों के गिरोह का भंडाफोड़ किया?

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क्या बिहार में रेलवे पुलिस ने बच्चे चोरों के गिरोह का भंडाफोड़ किया?

सारांश

बिहार में मुजफ्फरपुर रेलवे पुलिस ने एक बच्चे के अपहरण के मामले में बड़ा खुलासा किया है। तीन महिलाओं समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिससे पता चलता है कि यह गिरोह बच्चों के अपहरण में सक्रिय था। क्या पुलिस मुख्य आरोपी को पकड़ पाएगी?

Key Takeaways

  • बिहार में बच्चे चोर गिरोह का भंडाफोड़ हुआ।
  • छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें तीन महिलाएं हैं।
  • किडनैप बच्चे को सुरक्षित बरामद किया गया।
  • मुख्य आरोपी अभी भी फरार है।
  • पुलिस ने एसआईटी का गठन कर जांच शुरू की।

पटना, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की मुजफ्फरपुर रेलवे पुलिस ने गुरुवार को एक बड़े बच्चा चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया। इस गिरोह में तीन महिलाओं सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और किडनैप किए गए बच्चे को सुरक्षित रूप से बचाया गया।

मुख्य आरोपी डॉक्टर अब भी फरार है और उसे पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है।

रेलवे एसपी वीणा कुमारी ने मामले की विस्तृत जानकारी साझा करते हुए बताया कि 3 अक्टूबर की रात को सुमित कुमार अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ हाजीपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म-1 पर सो रहे थे। सुबह होते-होते उनका बेटा लापता हो गया। काफी खोजबीन के बाद भी बच्चे का पता न चलने पर सुमित ने हाजीपुर रेलवे पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दर्ज कराई।

बच्चे को बरामद करने और इसमें शामिल गैंग का पता लगाने के लिए तुरंत एक एसआईटी का गठन किया गया।

जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज से घटना के समय सो रहे परिवार के पास एक आदमी और एक औरत की मौजूदगी का पता चला। इसके बाद टीम ने संदिग्धों की पहचान के लिए सही समय और जगह के मोबाइल फोन डाटा का तकनीकी विश्लेषण किया।

एक संदिग्ध मोबाइल नंबर से जांचकर्ताओं को वैशाली जिले के विदुपुर पुलिस स्टेशन इलाके के रंजीत कुमार राय के बेटे अर्जुन कुमार का पता चला, जिसकी पहचान बच्चे को ले जाने वाले व्यक्ति के रूप में हुई।

वैशाली के सदर पुलिस स्टेशन इलाके के स्वर्गीय राम चंद्र चौधरी की पत्नी किरण देवी की भी अपहरण में शामिल होने की पहचान हुई।

दोनों आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।

उनके बयानों के आधार पर, पुलिस ने चार और आरोपियों सोनू कुमार (विदुपुर, वैशाली), अनिल कुमार साह (समस्तीपुर), गुड़िया देवी और मुन्नी कुमारी को गिरफ्तार किया।

किडनैप हुए बच्चे को उनके कब्जे से सुरक्षित बरामद कर लिया गया।

आरोपी सोनू कुमार ने बताया कि बच्चे को समस्तीपुर जिले के मोहनपुर पुलिस स्टेशन इलाके के शाहपुर पटोरी के रहने वाले अविनाश कुमार और उसकी साथी मुन्नी कुमारी के कहने पर कथित तौर पर 3.5 लाख रुपए में उठाया गया था।

पुलिस के अनुसार, डॉक्टर अविनाश कुमार ने भुगतान आंशिक रूप से यूपीआई के माध्यम से और कुछ नकद में किया था।

हालांकि, डॉक्टर फरार हो गया है और पुलिस की कई टीमें उसे गिरफ्तार करने के लिए अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही हैं।

पुलिस सभी आरोपियों की आपराधिक पृष्ठभूमि की भी जांच कर रही है और यह भी पता लगा रही है कि क्या यह गैंग इलाके में बच्चा चोरी के दूसरे मामलों से जुड़ा है।

Point of View

NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

बच्चा चोर गिरोह का भंडाफोड़ कब हुआ?
बच्चा चोर गिरोह का भंडाफोड़ 4 दिसंबर को हुआ।
इस गिरोह में कितने आरोपियों को गिरफ्तार किया गया?
इस गिरोह में कुल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं।
किडनैप बच्चे को कब और कहां से बचाया गया?
किडनैप बच्चे को हाजीपुर रेलवे स्टेशन से सुरक्षित बचाया गया।
मुख्य आरोपी कौन है?
मुख्य आरोपी डॉक्टर अभी भी फरार है।
पुलिस ने इस मामले में क्या कदम उठाए हैं?
पुलिस ने एक एसआईटी का गठन किया और कई छापेमारी की है।
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