क्या बिहार सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना की राशि बढ़ाई?

सारांश
Key Takeaways
- पेंशन राशि में वृद्धि
- महिलाओं का सशक्तिकरण
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का योगदान
- विधवाओं और वृद्धजनों को लाभ
- हर महीने की 10 तारीख को भुगतान
पटना, 21 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार सरकार ने वृद्धजनों और विधवा महिलाओं के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना की राशि में बढ़ोतरी की है। इस निर्णय के बाद, महिलाओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आगे बढ़ाने में सीएम का महत्वपूर्ण योगदान है।
उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा, "मुख्यमंत्री द्वारा यह ऐतिहासिक निर्णय लाखों महिलाओं के साथ गहन बातचीत के बाद लिया गया है। प्राप्त फीडबैक और सुझावों के आधार पर, मुख्यमंत्री ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत लगभग एक हजार रुपये देने का निर्णय लिया है, जो लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करता है। डबल इंजन की सरकार का लाभ जनता को मिल रहा है, संकल्प और वचनबद्धता स्पष्ट है।"
एक लाभार्थी महिला ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "बैंक ऋण का बोझ कम हो गया है, पेंशन राशि में बढ़ोतरी की गई है और पंचायत स्तर पर विवाह भवन बनाए जा रहे हैं, जो एक सकारात्मक कदम है। पेंशन 400 से बढ़कर 1,100 रुपये हो गई है। इसके लिए मुख्यमंत्री को बधाई।" एक स्थानीय महिला ने सरकार के निर्णय पर खुशी जताते हुए सीएम का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि हमने कभी नहीं सोचा था कि भईया (सीएम नीतीश कुमार) से मिलकर सेल्फी खिंचवाएंगे। एक अन्य स्थानीय महिला ने कहा कि 400 रुपये से घर नहीं चल पाता था, पेंशन में वृद्धि के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद।
जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न्याय के साथ विकास की यात्रा में विधवाओं, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों और सभी पात्र लाभार्थियों को धर्म या जाति के आधार पर नहीं बल्कि पूरी तरह से उनकी पात्रता के आधार पर पेंशन देने का निर्णय लिया। इसके तहत पेंशन राशि को 400 से बढ़ाकर 1,100 कर दिया गया है, जिसका भुगतान हर महीने की 10 तारीख को किया जाएगा। हम इस वृद्धि के लिए एनडीए सरकार का आभार व्यक्त करते हैं।"
नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए उन्हें सलाह दी कि वे अपनी संपत्ति का एक हिस्सा बेचकर लोगों को पेंशन देना शुरू करें। उन्होंने कहा कि गरीब, दलित, अति पिछड़ा और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का राजनीतिक संहार लालू की विचारधारा के तहत हुआ था। ऐसे में 2025 का चुनाव नजदीक है, तेजस्वी यादव को अपनी संपत्ति का एक हिस्सा बेचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मार्केट रेट के हिसाब से करोड़ों-अरबों की संपत्ति आपके पास है। यदि राजनीतिक मतभेद हैं, तो आप तेजस्वी पेंशन योजना शुरू करें। मेरा अनुरोध है कि केवल आलोचना न करें, अवसर मिला है, जैसे लिफाफे में देते हैं, वैसे ही पेंशन भी दें। लेकिन शर्त यही रहेगी कि कोई बिचौलिया न हो।