क्या बिहार के शारीरिक शिक्षकों और रसोइयों का मानदेय बढ़ा?

सारांश
Key Takeaways
- शारीरिक शिक्षकों का मानदेय 8000 से 16000 रुपये हुआ।
- रसोइयों का मानदेय 650 से 1650 रुपये किया गया।
- मंत्रिमंडल की बैठक में 36 प्रस्तावों को मंजूरी मिली।
- नई नियमावली में शिक्षा प्रक्रिया में सुधार किया जाएगा।
- बिहार के विकास के लिए नए उद्योगों की स्वीकृति मिली।
पटना, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार सरकार ने प्रदेश के मध्य विद्यालयों में कार्यरत शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों (अंशकालिक) के मानदेय में वृद्धि की है। इस प्रस्ताव को बिहार मंत्रिमंडल की मंगलवार को हुई बैठक में मंजूरी दी गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कुल 36 प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई।
बैठक में मध्य विद्यालयों में कार्यरत शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों के मानदेय को 8000 रुपये प्रतिमाह और 200 रुपये प्रतिवर्ष वार्षिक वेतन वृद्धि में बढ़ोतरी करते हुए एक अगस्त से कुल मानदेय 16000 रुपये और वार्षिक वेतन वृद्धि 400 रुपये की दर से भुगतान की स्वीकृति दी गई है।
इसके अलावा, बैठक में राज्य के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत रात्रि प्रहरी के मानदेय को पूर्व से 5000 रुपये से बढ़ाकर 10000 रुपये कर दिया गया। इसके साथ ही, बैठक में ‘बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक नियुक्ति, स्थानांतरण, अनुशासनिक कार्रवाई एवं सेवा शर्त नियमावली 2025’ को भी मंजूरी दी गई है।
नई नियमावली के तहत शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया, स्थानांतरण नीति, अनुशासनिक कार्रवाई और सेवा शर्तों को स्पष्ट और पारदर्शी बनाया जाएगा। इसके अलावा, औरंगाबाद जिले के कुटुम्बा अंचल में उद्योग के लिए जमीन अधिग्रहण को लेकर 284 करोड़ रुपये से ज्यादा की स्वीकृति दी गई है। कृषि विभाग में 712 पदों के सृजन को भी स्वीकृति दी गई है।
बैठक में मुख्यमंत्री डिजिटल लाइब्रेरी योजना के लिए 94 करोड़ रुपये से ज्यादा की स्वीकृति दी गई है। बिहार परिवहन क्षेत्रीय आशुलिपिक संवर्ग (भर्ती एवं प्रोन्नति) नियमावली 2025 के गठन को भी मंजूरी दी गई। इसके अलावा, बैठक में मध्याह्न भोजन योजना के तहत कार्यरत रसोईया सह सहायक को राज्य सरकार द्वारा दी जा रही 650 रुपये प्रतिमाह की राशि को बढ़ाकर 1650 रुपये कर दिया गया है।