क्या बिहार के मोतिहारी में शिव मंदिर के पुजारी की चाकू से हत्या हुई?

सारांश
Key Takeaways
- मौत का कारण भूमि विवाद हो सकता है।
- पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
- मंदिर के पुजारी की हत्या ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है।
- भतीजे ने प्राथमिकी दर्ज कराई है।
- संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
मोतिहारी, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के पिपरा थाना क्षेत्र में एक शिव मंदिर के पुजारी की चाकू से हत्या कर दी गई है। गुरुवार की सुबह उनका शव मंदिर परिसर में खून से लथपथ पाया गया। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
सूत्रों के अनुसार, जब सुबह लोग मंदिर में पहुंचे, तब पुजारी का शव देखा गया। इसके बाद सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। शव की पहचान हरि गिरी के रूप में हुई है। घटना के बाद, ग्रामीणों की एक बड़ी भीड़ घटनास्थल पर इकट्ठा हो गई।
पुलिस ने इस हत्याकांड में दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है। हरि गिरी पिछले कई वर्षों से नया चौक के पास स्थित मठ में पुजारी के रूप में कार्य कर रहे थे। घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी संतोष कुमार सिंह और पिपरा थाने की पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई।
मृतक के भतीजे राजन गिरी ने पिपरा थाने में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें गांव के तीन लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि जमीन के विवाद के कारण ही उनके चाचा की हत्या की गई। राजन ने बताया, "मेरी पुरानी जमीन पिपरा चौक पर है, लेकिन भूमाफियाओं ने जाली कागज बनाकर उसे कब्जा कर लिया है। बार-बार कहने पर भी वे जमीन खाली नहीं कर रहे हैं, और इसी वजह से मेरे चाचा की हत्या हुई है।"
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हत्या का कारण भूमि विवाद बताया जा रहा है। पुलिस सभी बिंदुओं से मामले की जांच कर रही है और उन्होंने दावा किया है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस मामले में राहुल सिंह और अनिल कुमार सिंह को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।