क्या बिहार विधानसभा चुनाव के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं: जीतन राम मांझी?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा का इंतजार।
- केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने अपनी तैयारियों का विश्वास जताया।
- महागठबंधन की जीत का दावा और सीट बंटवारे की चर्चा।
- चुनाव आयोग का स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की जिम्मेदारी।
- राजनीतिक सरगर्मियों का तेज होना।
पटना, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा चुनाव आयोग सोमवार को कर सकता है। इस बीच, राजनीतिक दलों के नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि चुनाव के लिए हम सभी तैयार हैं।
जीतन राम मांझी ने कहा कि चुनाव की तारीखों की घोषणा होने दें। हम इसका इंतजार कर रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए हम पूर्ण रूप से तैयार हैं।
कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने चुनाव आयोग द्वारा सोमवार को संभावित चुनाव कार्यक्रम की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि हम इसका दिल से स्वागत करते हैं। हमें उम्मीद है कि बिहार में होने वाले आगामी चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होंगे, ताकि जो लोग हाशिए पर हैं, वे अपने मताधिकार का सही ढंग से प्रयोग कर सकें। यह चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है।
उन्होंने बताया कि हाल ही में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने पटना का दौरा किया था और सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी। कांग्रेस सांसद ने कहा कि सभी दलों ने अपनी बात रखी है।
अखिलेश प्रसाद सिंह ने महागठबंधन की जीत का दावा करते हुए कहा कि इस बार हम बड़े अंतर से सरकार बनाने जा रहे हैं। नीतीश कुमार हार चुके हैं और बिहार की जनता बदलाव चाहती है। हमारे कार्यक्रमों में भारी भीड़ उमड़ रही है। माताएं-बहनें स्पष्ट रूप से महागठबंधन के नेतृत्व में सरकार बनने के पक्ष में हैं।
उन्होंने सीट बंटवारे को लेकर किसी भी विवाद से इनकार करते हुए कहा कि कोई दिक्कत नहीं है। सोमवार को भी हम लोगों ने बैठक बुलाई है। जल्द ही सीट शेयरिंग को लेकर सुखद खबर सामने आएगी। मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि हम लोग सरकार बनाने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन के शपथ ग्रहण समारोह में सभी को आमंत्रित किया जाएगा।
बता दें कि चुनाव आयोग की ओर से तारीखों की घोषणा के बाद बिहार में सियासी सरगर्मियां और तेज होने की उम्मीद है। सभी दल अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं और जनता की नजर इस बात पर टिकी है कि आगामी चुनाव में किस गठबंधन को बहुमत मिलेगा।