क्या बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में आयोग की टीम पटना पहुंची?

सारांश
Key Takeaways
- चुनाव आयोग की टीम पटना पहुंची है।
- टीम विभिन्न अधिकारियों के साथ चुनाव प्रक्रिया का अवलोकन करेगी।
- राज्य में चुनाव तैयारियों की समीक्षा की जाएगी।
- सभी दलों को जिलास्तरीय बैठकों में भाग लेने की सलाह दी गई है।
पटना, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में इस वर्ष होने वाले चुनावों के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियों में तेजी ला दी है। इस बीच, चुनाव आयोग भी अब निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय हो रहा है।
बिहार विधानसभा चुनाव की योजनाओं का निरीक्षण करने हेतु गुरुवार को आयोग की एक टीम पटना पहुँची। इस टीम में नौ सदस्य शामिल हैं। ज्ञात हुआ है कि टीम पहले राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक करेगी और चुनाव प्रक्रिया, सुरक्षा व्यवस्था तथा बूथ प्रबंधन की समीक्षा करेगी।
इस दौरान, चुनाव आयोग की टीम सभी जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के साथ भी बैठक कर तैयारियों का अवलोकन करेगी।
सूचना दी गई है कि टीम के अधिकारी अगले तीन दिनों तक विभिन्न प्रमंडलीय मुख्यालयों में बैठक करेंगे। एक अधिकारी ने बताया कि यह टीम सभी प्रमंडलों के आयुक्त और निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ बैठक करने वाली है। इस दौरान राज्य को चार भागों में बांटकर सभी प्रमंडलीय आयुक्त, जिलाधिकारी की उपस्थिति में निर्वाचन पदाधिकारी और सहायक निर्वाचन पदाधिकारी के संग प्रशिक्षण बैठक आयोजित की जाएगी।
अलग-अलग टीम पटना, बेगूसराय, मोतिहारी और पूर्णिया में चुनाव संबंधी प्रशिक्षण बैठक करेगी।
बुधवार को बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के राज्यस्तरीय प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी। इस दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने 25 जून से 26 जुलाई तक चुनाव आयोग के निर्देशानुसार चलने वाले घर-घर मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम की जानकारी साझा की थी।
इस बैठक में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को चुनाव आयोग के निर्देशों की एक प्रति भी प्रदान की गई। इस अवसर पर बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) विनोद सिंह गुंजियाल ने राज्य के सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे जिलास्तरीय बैठकों में अनिवार्य रूप से भाग लें ताकि उनके सुझाव प्राप्त हो सकें।
बताया गया कि जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी के स्तर पर मतदाता सूची के युक्तिकरण के क्रम में राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर सुझाव प्राप्त करना आवश्यक है।