क्या उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने उच्च प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया और बच्चों से फीडबैक लिया?

सारांश
Key Takeaways
- उपमुख्यमंत्री का विद्यालय निरीक्षण
- बच्चों से संवाद
- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का संकल्प
- सरकारी विद्यालयों में सुधार
- शिक्षा में निवेश
नोएडा, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने सोमवार को गौतमबुद्ध नगर जिले में गढ़ी शाहदरा (नोएडा) के उच्च प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विद्यालय की शैक्षिक और भौतिक व्यवस्थाओं का गंभीरता से अवलोकन किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के क्रम में उपमुख्यमंत्री ने विद्यालय की कक्षाओं, कंप्यूटर लैब, डिजिटल क्लास, स्वच्छता व्यवस्था, पेयजल आपूर्ति, शौचालयों तथा विद्यार्थियों के लिए अन्य मूलभूत सुविधाओं का बारीकी से मूल्यांकन किया। उन्होंने विद्यालय की दीवारों, फर्नीचर और शिक्षण सामग्री की भी जानकारी ली और यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि हर सुविधा समय पर और गुणवत्ता के साथ बच्चों तक पहुंचे।
बृजेश पाठक ने कक्षाओं में जाकर बच्चों से सीधे संवाद किया। उन्होंने छात्रों से मिड-डे मील, ड्रेस, किताबें, शिक्षण पद्धति और शिक्षकों के व्यवहार के बारे में सवाल पूछे। बच्चों के जवाबों से उपमुख्यमंत्री संतुष्ट दिखे और कहा कि यह सकारात्मक संकेत है कि सरकारी विद्यालयों में सुविधाएं निरंतर बेहतर हो रही हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित की जाए और विद्यार्थियों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण प्रदान किया जाए।
उन्होंने कहा कि पठन-पाठन की गतिविधियां नियमित और समय पर होनी चाहिए और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए रचनात्मक अवसर भी उपलब्ध कराए जाने चाहिए। बच्चों को अनुशासित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना प्रदेश सरकार का संकल्प है। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि हर विद्यार्थी को समान अवसरों के साथ बेहतर सुविधाएं मिलें, ताकि वे आत्मविश्वास के साथ भविष्य के भारत निर्माता बन सकें।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर निवेश कर रही है और प्राथमिक से लेकर उच्च स्तर तक शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। निरीक्षण के बाद स्थानीय लोगों और शिक्षकों ने उपमुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना की और आशा जताई कि सरकार के इन प्रयासों से बच्चों का भविष्य और उज्ज्वल होगा।