क्या बिलासपुर ट्रेन हादसे की जांच से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी?
सारांश
Key Takeaways
- बिलासपुर में हुई रेल दुर्घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है।
- उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने घटना की तत्काल जांच के आदेश दिए हैं।
- राज्य सरकार ने पीड़ितों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
- राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं।
- सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
बिलासपुर, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने बुधवार को बिलासपुर रेल दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि घटना की जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं और जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उपमुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना है। हम सभी इस घटना से बेहद दुखी हैं। मुख्यमंत्री लगातार बचाव-राहत कार्यों और घायलों के इलाज की स्थिति पर ध्यान दे रहे हैं और संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार और रेलवे प्रशासन की टीमों ने घटना की सूचना मिलते ही तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए। अब तक 12 लोगों की मौत की जानकारी मिली है। घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और डॉक्टरों की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है। हमारी प्राथमिकता है कि सभी घायल जल्द से जल्द स्वस्थ हों। केंद्र सरकार, राज्य सरकार और रेलवे की ओर से पीड़ित परिवारों के लिए राहत राशि की घोषणा की गई है।
उपमुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि घटना की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर राज्य सरकार ने बिलासपुर के निकट हुई ट्रेन दुर्घटना में दिवंगत यात्रियों के परिजनों को 5 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि घायलों के समुचित एवं निःशुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है और जिला प्रशासन को तत्काल राहत एवं बचाव कार्यों को तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं।
राज्य सरकार पूरी संवेदनशीलता और सतर्कता के साथ स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है और हर आवश्यक कदम उठाया जा रहा है।