क्या भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भिखारी ठाकुर को भारत रत्न दिलाने की मांग की?

सारांश
Key Takeaways
- भिखारी ठाकुर का सांस्कृतिक योगदान महत्वपूर्ण है।
- मनोज तिवारी ने भारत रत्न की मांग की है।
- भिखारी ठाकुर के नाटक सामाजिक सुधार का माध्यम रहे हैं।
- सरकार को सामाजिक सुधारक के योगदान को मान्यता देनी चाहिए।
- भोजपुरी संस्कृति को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भोजपुरी के प्रसिद्ध लोक गायक, नाटककार और सामाजिक सुधारक भिखारी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की है।
तिवारी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर इस संबंध में सिफारिश की, जिसमें उन्होंने ठाकुर के सामाजिक सुधारों और सांस्कृतिक योगदान पर जोर दिया।
उन्होंने रविवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में भिखारी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न देने की मांग दोहराई। तिवारी ने कहा कि ठाकुर न केवल एक लोक कलाकार थे, बल्कि अपने नाटकों और गीतों के माध्यम से बाल विवाह और अन्य सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जागरूकता फैलाने वाले एक समाज सुधारक भी थे। उनका प्रसिद्ध नाटक बेटी बेचवा ने बाल विवाह जैसी कुप्रथा पर गहरा प्रभाव डाला, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव आया।
तिवारी ने बताया कि भिखारी ठाकुर को भारत सरकार पहले ही कई सम्मान दे चुकी है, और उनकी रचनाएं कई कॉलेजों में पढ़ाई जा रही हैं। उनके जीवन और कार्यों पर शोध भी हो रहा है। मैंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने का अनुरोध किया है, और मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार इस मांग को पूरा करेगी।
मनोज तिवारी ने एनसीईआरटी की ओर से स्कूली पाठ्यपुस्तकों में 'ऑपरेशन सिंदूर' को शामिल करने के निर्णय की सराहना की है। उन्होंने इसे एक महत्वपूर्ण और स्वागत योग्य कदम बताया। तिवारी ने कहा, "यह बहुत अच्छा कदम है। इस देश में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जो बच्चों को पढ़ाई जानी चाहिए थीं। 'ऑपरेशन सिंदूर' पढ़ाया जाएगा, जिससे बच्चों को पड़ोसी देश के आतंकवादी कृत्यों और भारतीय सेना के शौर्य के बारे में जानकारी मिलेगी।"
'ऑपरेशन सिंदूर' पर लोकसभा-राज्यसभा में शुरू होने वाली चर्चा पर उन्होंने कहा कि संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन विपक्ष ने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की थी, जिसे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तुरंत स्वीकार कर लिया था।
तिवारी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, "विपक्ष इस बात से परेशान है कि चर्चा इतनी जल्दी क्यों दी गई। वे एसआईआर पर भी चर्चा मांग रहे हैं, वह भी की जाएगी। केंद्र सरकार सभी चर्चाओं में पूर्ण पारदर्शिता रखना चाहती है। जो लोग तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं, उनकी पोल भी इस दौरान खुलेगी।"
तेजप्रताप के चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है। लेकिन सच यह है कि बिहार एनडीए के हाथों में ही सुरक्षित है।