क्या भाजपा सरकार में लोकतंत्र पर हमला निंदनीय है? हमारी लड़ाई जारी रहेगी: पंजाब कांग्रेस

सारांश
Key Takeaways
- डुप्लीकेट वोटों के जरिए लोकतंत्र की हत्या का आरोप।
- कांग्रेस का संविधान और लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प।
- राहुल गांधी का संविधान के प्रति सम्मान।
- 2024 के लोकसभा चुनावों में अनियमितताओं का जिक्र।
- डिजिटल वोटर लिस्ट की मांग।
अमृतसर, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने अमृतसर में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान केंद्र की भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। इस अवसर पर सांसद गुरजीत सिंह औजला भी उपस्थित थे। वडिंग ने कहा कि देश में लोकतंत्र का 'कत्ल' किया जा रहा है और डुप्लीकेट वोटों के माध्यम से 'डुप्लीकेट सरकार' बनाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि यह मुद्दा देश के संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए उठाया गया है।
वडिंग ने हाल ही में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की 74 मिनट की पत्रकार वार्ता का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने संविधान पर हो रहे हमले को उजागर किया। राहुल गांधी हर बार लोकसभा में संविधान की प्रति लेकर आते हैं, क्योंकि संविधान संकट में है। अगर इस बार भाजपा को 400 सीटें मिल जातीं, तो स्थिति और भी खराब हो सकती थी।
उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में होने वाली संभावित अनियमितताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि कई स्थानों पर कांग्रेस की जीत निश्चित थी, लेकिन परिणाम अप्रत्याशित रहे। हरियाणा और छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले कांग्रेस की जीत की संभावनाएँ थीं, लेकिन भाजपा ने बाजी मार ली।
वडिंग ने दावा किया कि कर्नाटक में सर्वेक्षण के अनुसार कांग्रेस को 16 सीटें मिलनी थीं, लेकिन वह केवल 9 सीटें जीत सकी। हमें संदेह हुआ, लेकिन हमारे पास पुख्ता सबूत नहीं थे। हमने सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल वोटर लिस्ट की मांग की, लेकिन हमें कुछ भी नहीं दिया गया।
वडिंग ने बताया कि राहुल गांधी ने इस मामले की जांच की और पाया कि कई जगहों पर डुप्लीकेट वोटिंग हुई। बैंगलोर सेंट्रल और महादेवा विधानसभा सीटों पर हार के बाद जांच में यह सामने आया कि 1 लाख 25 हजार वोट चोरी हुए। 11,965 डुप्लीकेट वोट, 40,009 डुप्लीकेट पते, 10,452 एक ही पते पर कई वोट और 33,692 वोटों का दुरुपयोग हुआ। एक व्यक्ति के नाम पर अलग-अलग राज्यों में 4 वोट दर्ज किए गए।
गुरजीत औजला ने कहा कि कांग्रेस ने डिजिटल और मैनुअल वोटर लिस्ट की जांच की मांग की, लेकिन कोई उत्तर नहीं मिला। देश की जनता जान चुकी है कि यह सरकार डुप्लीकेट वोटों से बनी है और इसे 'डुप्लीकेट सरकार' के नाम से जाना जाएगा। हम इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाएंगे और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।