क्या बोकारो में आईआरबी जवान हत्याकांड का खुलासा हुआ है? मुख्य आरोपी सहित दो गिरफ्तार
सारांश
Key Takeaways
- बोकारो में आईआरबी जवान की हत्या की घटना ने समाज में तनाव पैदा किया है।
- पुलिस ने मुख्य आरोपी और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया है।
- आपराधिक इतिहास वाले बलराम तिवारी को पकड़ना एक महत्वपूर्ण कदम है।
- घटना ने स्थानीय समुदाय में आक्रोश उत्पन्न किया।
- सख्त कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता है।
बोकारो, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के बोकारो जिले के चास थाना क्षेत्र में 27 अक्टूबर को घटित आईआरबी जवान अजय कुमार की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने धनबाद से मुख्य आरोपी बलराम तिवारी और उसके साथी सूरज कुमार को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए बलराम तिवारी के पास से एक देसी पिस्तौल, तीन जिंदा कारतूस और घटना में उपयोग की गई बाइक भी बरामद की गई है। चास के एसडीपीओ प्रवीण कुमार सिंह ने जानकारी दी कि यह घटना छठ महापर्व के संध्या अर्घ्य के समय हुई थी। चास थाना क्षेत्र की आदर्श कॉलोनी के गायघाट छठ घाट पर बलराम तिवारी और अंकित मंडल के बीच एक युवती को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ था।
विवाद बढ़ने पर हाथापाई शुरू हो गई। इसी दौरान मौके पर मौजूद आईआरबी जवान अजय कुमार ने बीच-बचाव की कोशिश की और बलराम तिवारी को थप्पड़ मारा। इससे नाराज होकर बलराम घर गया और पिस्तौल लेकर अजय कुमार को गोली मार दी, जिससे उसकी तुरंत मौत हो गई।
घटना के बाद आरोपी फरार हो गया था, जिसे एसआईटी ने तकनीकी जांच और गुप्त सूचना के आधार पर धनबाद से गिरफ्तार किया। पुलिस जांच में पता चला है कि मुख्य आरोपी बलराम तिवारी का आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ चास थाना और सेक्टर-12 थाना में मामले दर्ज हैं। सह-आरोपी सूरज कुमार उर्फ पप्पू कुमार के खिलाफ भी चोरी और वाहन चोरी के आरोप में चास थाना कांड संख्या 337/23 दर्ज है।
आईआरबी जवान की हत्या के बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया था। इसके विरोध में आक्रोशित लोगों ने बोकारो-चास मुख्य मार्ग को लगभग छह घंटे तक जाम रखा। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और घटना में शामिल अन्य लोगों की भूमिका भी जांची जा रही है।