क्या ब्रिटेन की संसद में बांग्लादेश में बढ़ती राजनीतिक और धार्मिक हिंसा पर चर्चा हुई?

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क्या ब्रिटेन की संसद में बांग्लादेश में बढ़ती राजनीतिक और धार्मिक हिंसा पर चर्चा हुई?

सारांश

ब्रिटेन की संसद में बांग्लादेश में हो रही राजनीतिक और धार्मिक हिंसा पर चिंता जताई गई है। सांसद बॉब ब्लैकमैन के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में बांग्लादेश में चुनावी स्थिति और अवामी लीग पर बैन को लेकर गहरी चर्चा हुई। क्या बांग्लादेश का लोकतंत्र संकट में है?

Key Takeaways

  • ब्रिटेन की संसद में बांग्लादेश की स्थिति पर गहरा विचार हुआ।
  • अवामी लीग पर बैन की आलोचना की गई।
  • स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
  • बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति पर अंतरराष्ट्रीय चिंता बढ़ रही है।
  • आने वाले चुनावों की संवैधानिक वैधता पर प्रश्न उठाए गए।

लंदन, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में हो रही हिंसक घटनाओं पर चर्चा अब ब्रिटेन की संसद में भी उठने लगी है। दरअसल, कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमैन ने संसद में एक आयोजन किया, जिसमें बांग्लादेश में राजनीतिक और धार्मिक हिंसा के खतरनाक बढ़ाव और लोकतंत्र के लिए बढ़ते खतरों पर चर्चा हुई। इस इवेंट में बांग्लादेश यूनिटी फोरम और डॉटी स्ट्रीट चैंबर्स के बैरिस्टर शामिल हुए।

बांग्लादेश में जो स्थिति बन रही है, वह विश्व के समक्ष है। अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने भी इस पर चिंता जताई है। अगले साल फरवरी में होने वाले आम चुनावों से पहले चुनावी हिंसा के मामले बढ़ रहे हैं। यूनुस की अंतरिम सरकार ने अवामी लीग पर चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी है, जिससे ब्रिटेन के सांसदों ने भी चिंता व्यक्त की।

कार्यक्रम में सांसदों, वकीलों और कार्यकर्ताओं ने अवामी लीग पर लगाए गए गैर-कानूनी बैन के बाद बांग्लादेश में फरवरी 2026 में होने वाले चुनावों से पहले संभावित हमलों पर चर्चा की।

उन्होंने देश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और समावेशी चुनावों के महत्व को बताया। चेतावनी दी गई कि यदि अवामी लीग को भाग लेने की अनुमति नहीं दी गई तो आगामी चुनावों में संवैधानिक वैधता की कमी होगी और लाखों बांग्लादेशियों को अपने वोट डालने का अधिकार नहीं मिलेगा।

कार्यक्रम में शामिल लोगों ने इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल (आईसीटी) में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ कार्यवाही के दौरान सही प्रक्रिया की कमी की आलोचना की। इसके अलावा, अधिकारियों पर न्यायपालिका को राजनीतिक दबाव बनाने के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया।

ब्रिटेन के बैरिस्टरों ने इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट और यूए के विशेष रिपोर्टरों को पत्र लिखकर बांग्लादेश में बढ़ती बदले की हिंसा, बिना कानूनी कार्रवाई के फांसी, मनमानी हिरासत और निष्पक्ष सुनवाई के अधिकारों के दुरुपयोग पर चिंता जताई है।

पिछले महीने, बॉब ब्लैकमैन ने बांग्लादेश की मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की अपील की थी।

उन्होंने कहा कि पिछले साल जुलाई में हुए प्रदर्शनों के बाद कठिनाइयों का सामना कर रहे अल्पसंख्यकों को सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में समान अवसर दिए जाने चाहिए।

ब्लैकमैन ने सोशल मीडिया पर कहा, “मैं बांग्लादेश की मौजूदा सरकार से अपील करता हूं कि वे वहां स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी, समावेशी और सभी को साथ लेकर चलने वाले चुनाव सुनिश्चित करें। चुनाव लोकतंत्र की नींव हैं और लोगों की इच्छाओं का सच्चा प्रतिबिंब हैं।”

बयान में कहा गया, “यूनुस सरकार ने कानून के शासन को पुनः स्थापित करने और न्याय एवं निष्पक्षता सुनिश्चित करने का वादा किया था। हालांकि इन वादों के बावजूद, लोकतांत्रिक सुधार और संवैधानिक मूल्यों को पुनर्स्थापित करने की दिशा में अपेक्षित प्रगति नहीं हुई है।”

Point of View

मैं यह देखता हूं कि बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति गंभीर है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ रही है, और यह लोकतंत्र के लिए एक बड़ा खतरा है। हमें उम्मीद करनी चाहिए कि वहाँ के नेताओं से सकारात्मक प्रतिक्रिया आएगी।
NationPress
18/12/2025

Frequently Asked Questions

ब्रिटेन की संसद में बांग्लादेश की स्थिति पर क्या चर्चा हुई?
संसद में बांग्लादेश में बढ़ती राजनीतिक और धार्मिक हिंसा, अवामी लीग पर बैन और चुनावी प्रक्रिया की स्वतंत्रता पर चर्चा हुई।
बॉब ब्लैकमैन ने क्या कहा?
उन्होंने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की अपील की और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया।
अवामी लीग पर बैन का क्या असर होगा?
अगर अवामी लीग को चुनाव में भाग लेने की अनुमति नहीं दी गई, तो यह चुनावों की संवैधानिक वैधता को प्रभावित करेगा।
अंतर्राष्ट्रीय संगठनों का क्या कहना है?
अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने बांग्लादेश में मानवाधिकारों के उल्लंघन और चुनावी हिंसा पर चिंता जताई है।
बांग्लादेश में चुनाव कब होने वाले हैं?
बांग्लादेश में आम चुनाव अगले साल फरवरी में होने वाले हैं।
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