क्या ब्रिटेन के पीएम स्टारमर ने अवैध प्रवासियों को हिरासत में लेने और वापस भेजने का ऐलान किया?

सारांश
Key Takeaways
- अवैध प्रवासियों को हिरासत में लेने की घोषणा
- चैनल क्रॉसिंग पर सख्त नीतियाँ
- ब्रिटेन और फ्रांस के बीच योजनाएँ
- शरणार्थियों की बढ़ती संख्या
- आगामी चुनावों पर प्रभाव
लंदन, 31 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने अवैध प्रवासियों को हिरासत में लेने और वापस भेजने का ऐलान किया है। हाल ही में, सरकार को चैनल क्रॉसिंग और शरण होटलों के मुद्दे पर बढ़ते दबाव का सामना करना पड़ रहा है।
स्टारमर ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर कहा, "मैं स्पष्ट हूं, हम अवैध प्रवेश को बढ़ावा नहीं देंगे। यदि आप अवैध रूप से चैनल पार करते हैं, तो आपको हिरासत में लिया जाएगा और वापस भेज दिया जाएगा।"
उनकी यह टिप्पणी पूरे इंग्लैंड में कई प्रदर्शनों के दौरान आई, जिनमें लंदन, स्केग्नेस और ग्लूसेस्टर शामिल हैं, जहां शरणार्थियों को होटलों में ठहराया गया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिमी लंदन में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया।
गर्मियों में हजारों लोग विरोध प्रदर्शनों में शामिल हुए थे, जो एक होटल में ठहरे एक शरणार्थी की गिरफ्तारी और उसके बाद उस पर 14 साल की एक लड़की के कथित यौन उत्पीड़न सहित कई अपराधों के आरोप लगने के बाद शुरू हुए थे।
गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, जून तक होटलों में ठहरे शरणार्थियों की संख्या बढ़कर 32,000 से अधिक हो गई। सरकार ने अगले आम चुनाव तक शरणार्थी होटलों को बंद करने का वादा किया था।
ब्रिटेन और फ्रांस एक ऐसी योजना पर काम कर रहे हैं जिसके तहत इंग्लिश चैनल पार करके छोटी नावों से आने वाले प्रवासियों को वापस फ्रांस भेजा जाएगा। इसके बदले में उतनी ही संख्या में शरणार्थियों को कानूनी रास्ते से ब्रिटेन लाया जाएगा।
हालांकि, इस योजना में शामिल लोगों की संख्या आने वाले प्रवासियों का एक छोटा सा हिस्सा ही हो सकती है। गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 31 जुलाई तक, 2025 में 25,000 से अधिक लोग छोटी नावों से इंग्लिश चैनल पार कर चुके थे, जो 2024 में इसी समय की तुलना में लगभग 49 प्रतिशत अधिक है।