क्या बृजभूषण शरण सिंह ने मेधावियों को सम्मानित किया और राज ठाकरे को दी कड़ी नसीहत?

Click to start listening
क्या बृजभूषण शरण सिंह ने मेधावियों को सम्मानित किया और राज ठाकरे को दी कड़ी नसीहत?

सारांश

भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने 1,200 मेधावी छात्रों को सम्मानित किया और राज ठाकरे के विवादास्पद बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। क्या ठाकरे की राजनीति उत्तर भारतीयों के प्रति आक्रोश को बढ़ाएगी? जानें इस दिलचस्प रिपोर्ट में।

Key Takeaways

  • बृजभूषण शरण सिंह ने 1,200 मेधावी छात्रों को सम्मानित किया।
  • विवादास्पद बयानों पर राज ठाकरे को कड़ी प्रतिक्रिया दी गई।
  • भाषा के मुद्दे पर सामाजिक एकता की आवश्यकता।
  • धर्मांतरण पर सरकार की सख्ती का उल्लेख किया गया।
  • समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव द्वारा तारीफ का जिक्र।

गोंडा, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने बेलसर विकासखंड के जगदंबा शरण सिंह एजुकेशनल इंस्टीट्यूट में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में गुरुवार को 1,200 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड के मेधावियों को मेडल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। समारोह के दौरान, बृजभूषण शरण सिंह एक अनोखे अंदाज में नजर आए, जहां उन्होंने फिल्मी गाने गाकर बच्चों को प्रेरणादायक संदेश दिया।

कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के भाषा संबंधी विवादास्पद बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “राज ठाकरे अपनी पहचान के लिए संघर्ष कर रहे हैं। भाषा जोड़ने का काम करती है, तोड़ने का नहीं। महाराष्ट्र और उत्तर भारतीयों के बीच जो संबंध है, वह आपकी हरकतों से नहीं टूटेगा।”

उन्होंने इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि जब औरंगजेब ने छत्रपति शिवाजी महाराज को बंदी बनाया था, तब आगरा के व्यापारियों, यानी उत्तर भारतीयों ने उन्हें मुक्त कराया था। राज ठाकरे को पढ़ना चाहिए, जिस गर्व की बात वह करते हैं, उसमें उत्तर भारतीयों का पसीना शामिल है।

बृजभूषण शरण सिंह ने राज ठाकरे को निशाने पर लेते हुए कहा, "आप बहुत हल्की राजनीति कर रहे हैं। साल 2022 में जब अयोध्या आ रहे थे तो हमने यही कहा था कि आप अयोध्या आओ, लेकिन माफी मांग लो। अपने बयानों के लिए खेद व्यक्त करो नहीं तो अयोध्या में नहीं घुसने दूंगा। लेकिन नहीं आए और फिर अब वह अपना रंग दिखा रहे हैं। मैं यहीं कहूंगा कि भगवान उनको सद्बुद्धि दें।"

उन्होंने राज ठाकरे को चेतावनी देते हुए कहा, “उत्तर भारतीयों में भारी आक्रोश है। अगर किसी ने अपील कर दी तो आप इसे झेल नहीं पाएंगे। राजनीति करें, लेकिन भाषा, जाति या धर्म को आधार न बनाएं।”

बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र शास्त्री पर टिप्पणी करते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि बागेश्वर बाबा का अपना सिस्टम है, लेकिन वह युवा हैं और अभी नियंत्रण में कम हैं। प्रेमानंद महाराज, सद्गुरु रितेश्वर, विद्यासागर जैसे संतों के भजन सुनने चाहिए, जो प्रेरणादायक हैं।

बलरामपुर में धर्मांतरण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी किसी को नहीं थी, लेकिन कानून और प्रदेश सरकार इस पर सख्त कार्रवाई कर रही है।

समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव द्वारा उनकी तारीफ पर बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “हम ऐसा काम करते हैं कि भाजपा और सपा दोनों तारीफ करते हैं। हम सबको समान दृष्टि से देखते हैं और आलोचना भी मर्यादा में करते हैं।”

Point of View

यह स्पष्ट है कि बृजभूषण शरण सिंह का यह कदम समाज में मेधावियों को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही, राज ठाकरे की टिप्पणियों का उत्तर भारतीयों पर प्रभाव और राजनीति में भाषा, जाति, धर्म का प्रभाव एक संवेदनशील मुद्दा है। यह आवश्यक है कि राजनीतिक नेता एकजुटता और सद्भावना को बढ़ावा दें।
NationPress
11/12/2025

Frequently Asked Questions

बृजभूषण शरण सिंह ने कितने छात्रों को सम्मानित किया?
उन्होंने 1,200 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया।
राज ठाकरे ने कौन सा विवादास्पद बयान दिया?
राज ठाकरे ने भाषा को लेकर विवादास्पद बयान दिया था, जिस पर बृजभूषण शरण सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
समारोह में बृजभूषण शरण सिंह ने क्या किया?
उन्होंने फिल्मी गाने गाकर बच्चों को प्रेरणादायक संदेश दिया।
बृजभूषण शरण सिंह का राज ठाकरे के प्रति क्या रुख था?
उन्होंने राज ठाकरे की राजनीति को हल्की बताया और उत्तर भारतीयों में आक्रोश की चेतावनी दी।
धर्मांतरण के मुद्दे पर बृजभूषण शरण सिंह का क्या कहना था?
उन्होंने कहा कि धर्मांतरण की जानकारी किसी को नहीं थी, लेकिन सरकार इस पर सख्त कार्रवाई कर रही है।
Nation Press