क्या बसपा बिहार की धरती पर छत्रपति शाहू जी महाराज और बाबा साहेब के सपनों को साकार करेगी? : आकाश आनंद

सारांश
Key Takeaways
- छत्रपति शाहू जी महाराज का योगदान सामाजिक न्याय में महत्वपूर्ण है।
- बसपा बिहार में सामाजिक बदलाव की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
- आकाश आनंद ने सामाजिक समानता पर जोर दिया।
- बिहार की जनता को राजनीतिक सशक्तिकरण की आवश्यकता है।
- मायावती के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।
पटना, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने गुरुवार को बिहार की राजधानी पटना के कृष्ण मेमोरियल हॉल में छत्रपति शाहू जी महाराज जयंती समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर पार्टी के मुख्य राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद को सिक्कों से तौलकर पारंपरिक सम्मान दिया गया।
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए आकाश आनंद ने कहा कि छत्रपति शाहू जी महाराज ने समाज में व्याप्त जातिवाद, अंधविश्वास और स्त्री-विरोधी मानसिकता के विरुद्ध मजबूत लड़ाई लड़ी। वह पहले राजा थे जिन्होंने अपने राज्य में 50 प्रतिशत आरक्षण लागू कर दलितों और पिछड़े वर्गों को सामाजिक सम्मान और सरकारी सेवाओं में अवसर प्रदान किया।
उन्होंने बताया कि शाहू जी महाराज ने महिलाओं की शिक्षा और अधिकार को खुलकर समर्थन दिया और सत्यशोधक समाज को आगे बढ़ाया। आज बिहार को एक बार फिर शाहू जी महाराज जैसे नेतृत्व की जरूरत है, जो बहुजनों को ऊपर उठाने का साहस रखता हो।
कार्यक्रम में आकाश आनंद ने कहा कि बिहार में भी यदि बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनती है, तो वही सुशासन और सामाजिक बदलाव की तस्वीर उभरेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार की जनता ने सत्ता और विपक्ष के पारंपरिक नेताओं से निराशा झेली है। अब समय आ गया है कि बहुजन समाज एकजुट होकर राजनीतिक सत्ता में भागीदारी सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि छत्रपति शाहू जी महाराज और बाबा साहेब के सपनों को बिहार की धरती पर बसपा साकार करेगी।
उन्होंने कहा, "मैं बहन मायावती के रास्ते पर चल रहा हूं और जीवन भर उनके सिद्धांतों को आगे बढ़ाऊंगा।” बसपा के वरिष्ठ नेता राम जी गौतम ने कहा कि शाहू जी महाराज ने सामाजिक न्याय की नींव रखी और शिक्षा, आरक्षण और सामाजिक समता का मार्ग प्रशस्त किया।
इस अवसर पर बसपा के केंद्रीय बिहार प्रभारी अनिल कुमार ने भी महाराजा शाहू जी को नमन करते हुए कहा कि बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने जो मार्गदर्शन दिया है, उस पर अडिग रहकर हम बाबा साहेब और शाहू जी महाराज के अधूरे सपनों को बिहार की धरती पर साकार करने के लिए संकल्पबद्ध हैं।
उन्होंने कहा कि शाहू जी महाराज ने सर्वप्रथम ओबीसी वर्ग के लिए शिक्षा और सरकारी नौकरियों में आरक्षण लागू कर सामाजिक समरसता की दिशा में ऐतिहासिक पहल की थी। अब समय आ गया है कि उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाया जाए और सामाजिक न्याय की लड़ाई को निर्णायक दिशा दी जाए।