क्या ब्याज दरों में कटौती ने सेंसेक्स को 447 अंक तक बढ़ा दिया? एसबीआई हुआ टॉप गेनर

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क्या ब्याज दरों में कटौती ने सेंसेक्स को 447 अंक तक बढ़ा दिया? एसबीआई हुआ टॉप गेनर

सारांश

क्या ब्याज दरों में कटौती ने भारतीय शेयर बाजार को नई ऊँचाई पर पहुँचाया? जानिए कैसे सेंसेक्स और निफ्टी ने नए रिकॉर्ड बनाए और एसबीआई को मिला शीर्ष लाभ।

Key Takeaways

  • ब्याज दरों में कटौती का प्रभाव भारतीय बाजार पर सकारात्मक रहा।
  • सेंसेक्स 447 अंक से अधिक बढ़ा है।
  • निफ्टी में भी 152 अंक की वृद्धि हुई है।
  • सरकारी बैंकिंग शेयरों ने बाजार में नेतृत्व किया।
  • आरबीआई की नीति से उधारी की लागत में कमी आएगी।

मुंबई, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ब्याज दरों में कटौती के प्रभाव से भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार को एक उत्साहजनक माहौल देखने को मिला। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 447.05 अंक या 0.52 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 85,712.37 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 152.70 अंक या 0.59 प्रतिशत की बढ़त के साथ 26,186.45 पर पहुँच गया।

इस तेजी का नेतृत्व सरकारी बैंकिंग शेयरों ने किया, जिससे निफ्टी पीएसयू बैंक 1.51 प्रतिशत की बढ़त के साथ समाप्त हुआ। अन्य क्षेत्रों में निफ्टी आईटी 0.90 प्रतिशत, निफ्टी ऑटो 0.74 प्रतिशत, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विस 0.98 प्रतिशत, निफ्टी मेटल 0.67 प्रतिशत और निफ्टी रियल्टी 0.34 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुए।

वहीं, निफ्टी मीडिया 0.48 प्रतिशत और निफ्टी इंडिया डिफेंस 0.70 प्रतिशत की कमजोरी के साथ बंद हुआ।

सेंसेक्स में एसबीआई, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, मारुति सुजुकी, एचसीएल टेक, एलएंडटी, एमएंडएम, इन्फोसिस, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक और टाइटन जैसे शेयरों ने लाभ कमाया। वहीं, बीईएल, सनफार्मा, ट्रेंट, इटरनल (जोमैटो) और एचयूएल में गिरावट आई।

भारत में इस तेजी का कारण आरबीआई की मौद्रिक नीति कमेटी (एमपीसी) द्वारा ब्याज दरों में कटौती है, जिससे रेपो रेट 0.25 प्रतिशत घटकर 5.25 प्रतिशत हो गया है।

लार्जकैप के साथ-साथ मिडकैप शेयरों में भी तेजी देखी गई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 294.80 अंक या 0.49 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 60,594.60 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 100.10 अंक या 0.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,507.75 पर बंद हुआ।

मौद्रिक नीति पर ईईपीसी इंडिया के पंकज चड्ढा ने कहा कि आरबीआई की ओर से रेपो रेट में 25 आधार अंक की कमी से उधारी की लागत में कमी आएगी, जिससे आर्थिक गति को भी बल मिलेगा।

एसबीआई सिक्योरिटीज के टेक्निकल और डेरिवेटिव्स रिसर्च हेड सुदीप शाह ने कहा कि निफ्टी के लिए रुकावट का स्तर 26,300 से लेकर 26,350 के बीच है। यदि यह 26,350 के पार टिकता है, तो यह 26,500 तक पहुँच सकता है।

भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत एक गिरावट के साथ हुई थी। सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर सेंसेक्स 17.32 अंक या 0.02 प्रतिशत की मामूली गिरावट के बाद 85,248 स्तर पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी 2.10 अंक या 0.01 प्रतिशत की मामूली बढ़त के बाद 26,035.85 स्तर पर था।

Point of View

बल्कि इससे आर्थिक वृद्धि की संभावनाएँ भी उजागर हुई हैं। एक राष्ट्रीय संपादक के रूप में, हमें यह समझना आवश्यक है कि ऐसे निर्णयों का व्यापक प्रभाव होता है और हमें हमेशा देश के हित में सोचना चाहिए।
NationPress
05/12/2025

Frequently Asked Questions

ब्याज दरों में कटौती का प्रभाव क्या होता है?
ब्याज दरों में कटौती से उधारी की लागत कम होती है, जिससे आर्थिक गतिविधियों में तेजी आती है।
सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी क्यों आई?
सरकारी बैंकिंग शेयरों में लाभ और ब्याज दरों में कटौती ने सेंसेक्स और निफ्टी को बढ़ावा दिया।
क्या एसबीआई ने सबसे अधिक लाभ कमाया?
हाँ, एसबीआई ने इस सत्र में सबसे अधिक लाभ कमाया और इसे टॉप गेनर माना गया।
आरबीआई की मौद्रिक नीति का क्या महत्व है?
आरबीआई की मौद्रिक नीति से वित्तीय स्थिरता और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है।
क्या बाजार में गिरावट भी हो सकती है?
हाँ, बाजार में उतार-चढ़ाव सामान्य है, और इसे विभिन्न कारकों से प्रभावित किया जा सकता है।
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