क्या खालिस्तानी चरमपंथी इंद्रजीत सिंह गोसल को कनाडा में गिरफ्तार किया गया?

Click to start listening
क्या खालिस्तानी चरमपंथी इंद्रजीत सिंह गोसल को कनाडा में गिरफ्तार किया गया?

सारांश

कनाडा में खालिस्तानी चरमपंथी इंद्रजीत सिंह गोसल की गिरफ्तारी ने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर नई चुनौतियों को सामने लाया है। जानिए इस गिरफ्तारी के पीछे के कारण और इसके प्रभावों के बारे में।

Key Takeaways

  • गोसल की गिरफ्तारी एक महत्वपूर्ण सुरक्षा घटना है।
  • यह गिरफ्तारी भारत और कनाडा के बीच सुरक्षा सहयोग को दर्शाती है।
  • गोसल का संबंध सिख्स फॉर जस्टिस से है।
  • भारत में गोसल और पन्नू के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।
  • यह घटना द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की दिशा में एक कदम है।

ओटावा, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी सहयोगी और दाहिना हाथ माने जाने वाला खालिस्तानी चरमपंथी इंद्रजीत सिंह गोसल को ओटावा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, इस गिरफ्तारी का कारण हथियार रखने समेत कई आरोप हैं।

जून 2023 में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद, गोसल अमेरिका स्थित खालिस्तानी संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) के एक प्रमुख कनाडाई आयोजक के रूप में सुर्खियों में आया।

एक रिपोर्ट के अनुसार, यह कनाडाई अधिकारियों द्वारा एक साल से भी कम समय में उसकी दूसरी गिरफ्तारी है।

गोसल को पिछले नवंबर में ग्रेटर टोरंटो एरिया (जीटीए) के एक हिंदू मंदिर में हुई हिंसक घटना के सिलसिले में हिरासत में लिया गया था, जहां उसने कथित तौर पर हिंदू-कनाडाई श्रद्धालुओं पर हमला किया था।

बाद में, उसे पील रीजनल पुलिस (पीआरपी) ने सशर्त रिहाई दी।

माना जाता है कि 36 वर्षीय यह व्यक्ति घोषित आतंकवादी और सिख्स फॉर जस्टिस के प्रमुख पन्नू का सबसे करीबी सहयोगी है, और उसने उसके निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) के रूप में भी कार्य किया है।

मूल रूप से पंजाब का निवासी यह अमेरिकी-कनाडाई नागरिक पन्नू को गृह मंत्रालय (एमएचए) ने जुलाई 2020 में "आतंकवादी" घोषित किया। उसके संगठन पर प्रतिबंध लगाने और आतंकवादी के रूप में पहचानने के एक साल बाद यह कदम उठाया गया था।

भारत में अधिकारियों ने एसएफजे और पन्नू के खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज किए हैं, जिनमें से लगभग 60 अकेले पंजाब में हैं।

गोसल की गिरफ्तारी भारत और कनाडा के द्विपक्षीय संबंधों में एक नए अध्याय की ओर सहयोगात्मक दृष्टिकोण की पृष्ठभूमि में हुई है, जिसमें आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने के लिए सहयोग भी शामिल है।

यह नई दिल्ली और ओटावा के बीच सामान्य राजनयिक गतिविधियों की हालिया बहाली के साथ मेल खाता है, जब 2023 में दोनों देशों के बीच संबंध खराब हो गए थे। तब तत्कालीन कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाया था।

भारत ने सभी आरोपों का खंडन करते हुए उन्हें "बेतुका" और "दुर्भावनापूर्ण" बताया।

गुरुवार को, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और उनकी कनाडाई समकक्ष नथाली ड्रोइन ने नई दिल्ली में तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने के उद्देश्य से व्यापक वार्ता की, जिसमें आतंकवाद और सुरक्षा सहयोग एजेंडे में प्रमुखता से शामिल रहे।

Point of View

यह स्पष्ट है कि इंद्रजीत सिंह गोसल की गिरफ्तारी भारत और कनाडा के बीच आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को दर्शाती है। यह कदम दोनों देशों की सुरक्षा को मजबूती प्रदान करेगा और आतंकवाद के खिलाफ एक सख्त संदेश भेजेगा।
NationPress
22/09/2025

Frequently Asked Questions

इंद्रजीत सिंह गोसल कौन हैं?
इंद्रजीत सिंह गोसल खालिस्तानी चरमपंथी हैं, जो आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी सहयोगी माने जाते हैं।
गोसल की गिरफ्तारी का कारण क्या था?
गोसल को हथियार रखने समेत विभिन्न आरोपों में ओटावा पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
क्या यह गिरफ्तारी भारत और कनाडा के संबंधों पर असर डालेगी?
हां, यह गिरफ्तारी भारत और कनाडा के बीच आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को मजबूत करेगी।