क्या सीबीआई ने एनएचआईडीसीएल के कार्यकारी निदेशक को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है?

सारांश
Key Takeaways
- सीबीआई ने एनएचआईडीसीएल के कार्यकारी निदेशक को रंगे हाथ पकड़ा।
- 10 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी।
- 2.62 करोड़ रुपए नकद बरामद हुए।
- अधिकारी के नाम पर 9 प्रॉपर्टी और 20 फ्लैट पाए गए।
- महंगे वाहनों की खरीद से संबंधित दस्तावेज भी मिले।
गुवाहाटी, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने एक बड़ी कार्रवाई में गुवाहाटी में तैनात राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के कार्यकारी निदेशक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। सीबीआई ने बुधवार को बताया कि अधिकारी को एक व्यक्ति से 10 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।
यह कार्रवाई तब हुई जब सीबीआई को एनएचआईडीसीएल के कार्यकारी निदेशक और एक निजी कंपनी के दो कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत मिली। इसी पर सीबीआई ने हाल ही में मुकदमा दर्ज किया और मंगलवार को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया।
जानकारी के अनुसार, अधिकारी ने एक व्यक्ति से 10 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। यह रिश्वत असम में राष्ट्रीय राजमार्ग-37 पर डेमो से मोरान बाईपास तक 4-लेनिंग के ठेके के साथ-साथ अन्य ठेकों से संबंधित एक्सटेंशन ऑफ टाइम और कंप्लीशन सर्टिफिकेट जारी करने के लिए मांगी गई थी।
इसके बाद सीबीआई ने देशभर में 7 ठिकानों पर छापेमारी की। तलाशी के दौरान आरोपी अधिकारी के परिसर से 2.62 करोड़ रुपए नकद बरामद किए गए। इसके साथ ही, जांच में पता चला कि आरोपी और उसके परिवार के नाम पर 9 प्रॉपर्टी और 20 फ्लैट देशभर में खरीदे गए हैं।
इसके अलावा, अधिकारी के नाम पर महंगे वाहनों की खरीद से संबंधित दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। वर्तमान में, सीबीआई आरोपी की चल-अचल संपत्तियों की जांच कर रही है।
जांच एजेंसी ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि आरोपी अधिकारी को गुवाहाटी सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश किया जाएगा।