क्या सीबीआई ने नासिक में दो अवैध कॉल सेंटरों का भंडाफोड़ किया?

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क्या सीबीआई ने नासिक में दो अवैध कॉल सेंटरों का भंडाफोड़ किया?

सारांश

सीबीआई ने नासिक में दो अवैध कॉल सेंटरों का भंडाफोड़ करते हुए दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। ये कॉल सेंटर ब्रिटेन के नागरिकों से धोखाधड़ी कर रहे थे। क्या यह सब कुछ एक बड़े साइबर रैकेट का हिस्सा है? जानिए पूरी कहानी इस रिपोर्ट में।

Key Takeaways

  • सीबीआई ने नासिक में दो अवैध कॉल सेंटरों का भंडाफोड़ किया।
  • गिरफ्तार आरोपियों ने ब्रिटेन के नागरिकों को धोखा दिया।
  • जांच में 60 लोगों की संलिप्तता का पता चला।
  • फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया।
  • सीबीआई की कार्रवाई से साइबर धोखाधड़ी के मामलों में सख्ती आई है।

नासिक, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने नासिक में चल रहे दो अवैध कॉल सेंटरों का भंडाफोड़ किया है। सीबीआई ने इस साइबर धोखाधड़ी के मामले में दो निजी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।

इन कॉल सेंटरों का संचालन मेसर्स स्वगन बिजनेस सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से किया जा रहा था।

सीबीआई ने 11 सितंबर को चार निजी व्यक्तियों और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोप है कि आरोपी बीमा एजेंट और सरकारी अधिकारी बनकर ब्रिटेन के नागरिकों से धोखाधड़ी करते थे।

जांच में यह सामने आया कि इन अवैध कॉल सेंटरों में लगभग 60 लोग कार्यरत थे। ये लोग वीओआईपी, फर्जी नंबरों और जाली दस्तावेजों का उपयोग करके लोगों को धोखा देते थे। इसके बाद वे पीड़ितों से उनके क्रेडिट और डेबिट कार्ड की जानकारी मांगते थे और उन्हें ऐसी बीमा पॉलिसी बेचते थे, जिनका कोई अस्तित्व नहीं था।

सीबीआई ने नासिक और कल्याण (ठाणे) में कई स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान टीम को पीड़ितों का डेटा, फर्जी बीमा पॉलिसी स्क्रिप्ट, आठ मोबाइल फोन, आठ कंप्यूटर सिस्टम, सर्वर और 5 लाख रुपए की नकद राशि मिली। जांच में यह भी पता चला कि धोखाधड़ी से प्राप्त पैसे को विभिन्न बैंकिंग चैनलों के माध्यम से ट्रांसफर किया गया था।

सीबीआई ने दो आरोपियों को 13 सितंबर को गिरफ्तार किया और उन्हें ठाणे स्थित विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें सोमवार तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है। मामले की आगे की जांच जारी है।

इससे पहले, सीबीआई ने 10 सितंबर को भी महाराष्ट्र के नासिक के इगतपुरी से संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर रैकेट का भंडाफोड़ किया था। सीबीआई ने साइबर धोखाधड़ी में शामिल 5 आरोपियों को पकड़ा, जिनके पास से 44 लैपटॉप, 71 मोबाइल, सोना, लग्जरी कारें और भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई थी।

आरोपी अमेरिका, कनाडा और अन्य देशों के नागरिकों को धोखा दे रहे थे। आरोपियों ने इन नागरिकों से गिफ्ट कार्ड्स और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से अवैध धन प्राप्त किया।

Point of View

NationPress
14/09/2025

Frequently Asked Questions

सीबीआई ने अवैध कॉल सेंटरों पर कार्रवाई क्यों की?
सीबीआई ने धोखाधड़ी के मामलों की बढ़ती संख्या के कारण अवैध कॉल सेंटरों पर कार्रवाई की।
कॉल सेंटर किस प्रकार की धोखाधड़ी कर रहे थे?
ये कॉल सेंटर बीमा एजेंट और सरकारी अधिकारी बनकर लोगों से धोखाधड़ी कर रहे थे।
क्या गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ और भी मामले हैं?
हाँ, सीबीआई ने पहले भी इसी तरह के मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने क्या सबूत इकट्ठा किए?
सीबीआई ने पीड़ितों का डेटा, फर्जी दस्तावेज, मोबाइल और कंप्यूटर सिस्टम बरामद किए।
कॉल सेंटर में कितने लोग काम कर रहे थे?
लगभग 60 लोग इन अवैध कॉल सेंटरों में काम कर रहे थे।