क्या सीबीआई ने नासिक में फर्जी कॉल सेंटर रैकेट का भंडाफोड़ किया? 5 आरोपी गिरफ्तार

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क्या सीबीआई ने नासिक में फर्जी कॉल सेंटर रैकेट का भंडाफोड़ किया? 5 आरोपी गिरफ्तार

सारांश

केंद्रीय जांच ब्यूरो ने नासिक में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। इस रैकेट में शामिल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे लैपटॉप, मोबाइल और नकदी बरामद की गई है। जानें इस धोखाधड़ी के पीछे की कहानी और सीबीआई की कार्रवाई के बारे में।

Key Takeaways

  • सीबीआई ने नासिक में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया।
  • 5 आरोपी गिरफ्तार हुए, जिनके पास बड़ी मात्रा में सामान बरामद हुआ।
  • आरोपी विदेशी नागरिकों को धोखा देने के लिए पिशिंग कॉल कर रहे थे।
  • जांच में कई डिजिटल साक्ष्य और नकदी मिली।
  • इस तरह के रैकेट्स को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।

नासिक, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने महाराष्ट्र के नासिक के इगतपुरी से संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर रैकेट का भंडाफोड़ किया है। सीबीआई ने साइबर धोखाधड़ी में शामिल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से 44 लैपटॉप, 71 मोबाइल फोन, सोना, लग्जरी कारें और भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई है।

सीबीआई ने एक प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी कि एजेंसी ने 8 अगस्त को साइबर फ्रॉड के मामले में मुंबई के 6 आरोपियों के साथ-साथ कुछ अज्ञात निजी व्यक्तियों और बैंक अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। एफआईआर में आरोप है कि आरोपियों ने आपस में और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ आपराधिक साजिश रची। उन्होंने अमेजन सपोर्ट सर्विसेज कॉल सेंटर के रूप में एक फर्जी कॉल सेंटर स्थापित किया। इसके बाद, पिशिंग कॉल और भ्रामक कॉल करके लोगों से वित्तीय धोखाधड़ी की गई।

ये आरोपी अमेरिका, कनाडा और अन्य देशों के नागरिकों को धोखा दे रहे थे। आरोपियों ने इन नागरिकों से गिफ्ट कार्ड्स और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से अवैध धन प्राप्त किया। यह कॉल सेंटर महाराष्ट्र के नासिक के इगतपुरी में स्थित है। आरोपियों ने लगभग 60 ऑपरेटर्स को भर्ती किया था, जिनमें डायलर्स, वेरीफायर्स और क्लोजर्स शामिल थे, जो इस अवैध कॉल सेंटर को चलाने में लगे थे।

सीबीआई की जांच में 44 लैपटॉप, 71 मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए हैं। साथ ही, 1.20 करोड़ रुपए की अवैध नकदी, 500 ग्राम सोना और लगभग 1 करोड़ रुपए से अधिक कीमत की 7 लक्जरी कारें भी जब्त की गई हैं। जांच में लगभग 5000 यूएसडीटी क्रिप्टोकरेंसी (लगभग 5 लाख रुपए) और 2000 कनाडाई डॉलर के गिफ्ट वाउचर (लगभग 1.26 लाख रुपए) के लेन-देन का पता चला है।

जांच एजेंसी की छापेमारी के दौरान कॉल सेंटर में 62 कर्मचारी सक्रिय पाए गए, जो विदेशी नागरिकों को धोखा देने की प्रक्रिया में थे। अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

Point of View

बल्कि यह भी साबित करता है कि साइबर धोखाधड़ी के मामलों में सावधानी बरतना कितना आवश्यक है। देश में ऐसे रैकेटों को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
NationPress
10/08/2025

Frequently Asked Questions

सीबीआई ने कब और कहाँ छापेमारी की?
सीबीआई ने 8 अगस्त को नासिक के इगतपुरी में छापेमारी की थी।
फर्जी कॉल सेंटर में कितने लोग शामिल थे?
कॉल सेंटर में लगभग 62 कर्मचारी सक्रिय पाए गए थे।
सीबीआई ने क्या सामान बरामद किया?
सीबीआई ने 44 लैपटॉप, 71 मोबाइल फोन, नकदी, सोना और लक्जरी कारें बरामद की हैं।
आरोपी किस तरह की धोखाधड़ी कर रहे थे?
आरोपी विदेशी नागरिकों को गिफ्ट कार्ड्स और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से धोखा दे रहे थे।
क्या कोई और आरोपी अभी तक गिरफ्तार हुआ है?
अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।