क्या मध्य प्रदेश में सीबीएन ने ड्रग्स तस्करी का खुलासा किया है?

सारांश
Key Takeaways
- सीबीएन की सफलता: एम्बुलेंस के माध्यम से ड्रग्स तस्करी का खुलासा।
- मेफेड्रोन की बरामदगी: 1.609 किलोग्राम मेफेड्रोन जब्त किया गया।
- तीन तस्करों की गिरफ्तारी: तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
- जांच जारी: सीबीएन मामले की विस्तृत जांच कर रही है।
नीमच, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (सीबीएन) ने मध्य प्रदेश के नीमच में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। सीबीएन की टीम ने एम्बुलेंस के माध्यम से ड्रग्स तस्करी का खुलासा किया और मेफेड्रोन को बरामद किया। साथ ही, तीन तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया।
यह घटना नीमच-रतलाम बाईपास रोड पर घटित हुई, जहां सूचना के आधार पर सीबीएन की टीम ने त्वरित कार्रवाई की। केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने एक एम्बुलेंस से 1.609 किलोग्राम मेफेड्रोन (एक साइकोट्रॉपिक पदार्थ) जब्त किया है। इस एम्बुलेंस पर राजस्थान का नंबर प्लेट था, जिसमें मरीज के नाम पर ड्रग्स की तस्करी की जा रही थी।
तस्करों ने अधिकारियों को धोखा देने के लिए एक मरीज को टीबी से पीड़ित बताया। जब जांच की गई, तो सामने आया कि मरीज की हालत इतनी गंभीर नहीं थी कि उसे एम्बुलेंस से ले जाया जाए और न ही कोई परिजन उसके साथ था, जिससे अधिकारियों को संदेह हुआ। आरोपियों ने पूछताछ में मेफेड्रोन की तस्करी की बात स्वीकार कर ली।
जांच में पता चला कि यह मादक पदार्थ मंदसौर क्षेत्र से गुजरात ले जाया जा रहा था। सीबीएन की तीन टीमों ने एमआईटी चौराहा, मंदसौर के पास एम्बुलेंस को रोका।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने एम्बुलेंस और बरामद मेफेड्रोन को एनडीपीएस एक्ट 1985 की धारा 42, 8/22(सी) और 60(3) के तहत जब्त कर लिया है। इस मामले में टीम ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सीबीएन की टीम मामले की जांच कर रही है।