क्या झारखंड के चाईबासा में युवक की गोली मारकर हत्या के मामले में आरोपी गिरफ्तार हुए?

सारांश
Key Takeaways
- चाईबासा में 13 जुलाई को सुमित सिंह यादव की हत्या हुई।
- पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
- हत्यारे के पास से खून से सनी शर्ट मिली है।
- तीन आरोपी अभी भी फरार हैं।
- पुलिस ने एसआईटी गठित की है।
चाईबासा, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के चाईबासा में 13 जुलाई को सुमित सिंह यादव की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सुमित की उसके घर के सामने गोली मारकर हत्या की गई थी।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में सदर थाना क्षेत्र के अंतर्गत छोटा नीमडीह निवासी अभिजीत अधिकारी और मुफस्सिल थाना क्षेत्र के न्यू कॉलोनी टुंगरी के निवासी सौरभ राज उर्फ विक्टर शामिल हैं। अभिजीत की निशानदेही पर पुलिस ने एक शर्ट बरामद की है। हत्या के समय अभिजीत ने वही शर्ट पहनी थी, जिसमें खून के धब्बे मिले हैं, जो सुमित के खून के हैं।
पूछताछ के दौरान दोनों ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है। एसडीपीओ बाहमन टुटी ने रविवार को एक प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी। 13 जुलाई की रात करीब 9.45 बजे सुमित की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सुमित के पिता राजकुमार सिंह यादव के बयान पर केस दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी राकेश रंजन ने एसआईटी गठित की। जांच टीम में सदर थाना प्रभारी तरुण कुमार और मुफस्सिल थाना प्रभारी चंद्रशेखर भी शामिल थे। जांच के दौरान पुलिस ने घटनास्थल और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। तकनीकी जांच और स्थानीय लोगों से पूछताछ की गई।
इस दौरान पांच संदिग्धों के नाम सामने आए। पुलिस ने इनमें से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। उन्होंने पुलिस को बताया कि सुमित से उनकी पुरानी रंजिश थी, इसलिए मौका मिलते ही उसकी हत्या कर दी। जांच में सामने आए पांच आरोपियों में से तीन अब भी फरार हैं। इन्हीं में से एक हत्या का मास्टरमाइंड भी है। पुलिस फरार आरोपियों की गिरफ्तारी और हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार की बरामदगी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। गिरफ्तार दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।