क्या चंदन मिश्रा हत्याकांड में फिल्मी अंदाज में घुसे थे 5 लोग? सामने आया सीसीटीवी फुटेज

सारांश
Key Takeaways
- चंदन मिश्रा की हत्या ने सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न खड़ा किया है।
- सीसीटीवी फुटेज घटना की गंभीरता को दर्शाता है।
- पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और अपराधियों की पहचान की जा रही है।
- अस्पताल के कर्मचारियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
- सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है।
पटना, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना के पारस अस्पताल में चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि अपराधी अस्पताल में बेखौफ घुसे, गोलियां चलाईं और फरार हो गए।
यह घटना गुरुवार सुबह की बताई जा रही है। हत्या के आरोप में जेल में बंद चंदन मिश्रा की तबीयत बिगड़ने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसी दौरान उनके विरोधी गुट के बदमाशों ने अस्पताल पहुंचकर उनकी हत्या कर दी।
सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि 5 हथियारबंद युवक पारस अस्पताल के भीतर प्रवेश करते हैं और चंदन मिश्रा के वार्ड में जाकर फायरिंग करते हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि उस समय उस कमरे के बाहर या आसपास कोई सुरक्षा कर्मी मौजूद नहीं था।
पटना एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि बक्सर का कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा कई हत्याओं का आरोपी था और एक मामले में उसे सजा भी मिल चुकी थी। वह बहुत खतरनाक अपराधी है। इसी कारण से कुछ दिन पहले उसे बक्सर से भागलपुर जेल भेजा गया था। उसकी तबीयत खराब होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
आईजी जितेंद्र राणा ने कहा, "बक्सर जिले का एक बड़ा अपराधी चंदन मिश्रा हाल ही में इलाज के लिए जेल से पैरोल पर बाहर आया था। लगता है कि यह घटना आपसी झगड़े या विरोधी गिरोहों के कारण हुई। इलाज के दौरान कुछ अपराधियों ने उस पर हमला किया और उसे कई गोलियां मारी हैं।" उन्होंने कहा कि चंदन मिश्रा एक बड़ा अपराधी था, और पुलिस यह पता लगा रही है कि उसे गैंगवॉर के चलते गोली मारी गई है या कोई और कारण है।
हम इस घटना की गहराई से जांच कर रहे हैं और इसमें शामिल अपराधियों को पहचानने का प्रयास कर रहे हैं। बक्सर पुलिस के साथ भी संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि यहाँ के कर्मचारियों की इस घटना में मिलीभगत हो सकती है, इसलिए जो भी सुरक्षा कर्मी अस्पताल में ड्यूटी पर थे, उनसे भी पूछताछ की जाएगी कि अपराधी हथियार लेकर अस्पताल में कैसे पहुँचे।