क्या खुशहाल जिंदगी के लिए चीनी की मात्रा सीमित करनी चाहिए?

सारांश
Key Takeaways
- चीनी का सेवन सीमित करें।
- स्वस्थ विकल्प चुनें जैसे फलों का रस।
- लेबल पढ़ें और आहार पर ध्यान दें।
- व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
- स्वस्थ जीवनशैली के लिए परिवार को प्रेरित करें।
दिल्ली, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। आज की व्यस्त जीवनशैली में हम अपनी सेहत का ध्यान नहीं रख पा रहे हैं, जिसके कारण हम खान-पान पर ध्यान नहीं दे पाते। इसका परिणाम है- अत्यधिक चीनी का सेवन। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (उत्तर प्रदेश) ने एक जागरूकता पोस्ट के माध्यम से लोगों को चीनी के सीमित सेवन की सलाह दी है। दैनिक जीवन में चीनी की मात्रा को सीमित करना बहुत आवश्यक है ताकि आप डायबिटीज, मोटापा और हृदय रोग जैसे गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों से बच सकें। आइए इस विषय को गहराई से समझते हैं और जानते हैं कि चीनी का संतुलित सेवन क्यों महत्वपूर्ण है। साथ ही, विभिन्न खाद्य पदार्थों में मौजूद चीनी की मात्रा के बारे में जानकारी होना आवश्यक है।
यदि आप कोल्ड ड्रिंक के शौकीन हैं, तो जान लें कि एक 300 मिलीलीटर की सॉफ्ट ड्रिंक में 31.8 ग्राम चीनी और 132 कैलोरी होती है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
चॉकलेट पेस्ट्री, जो दुनियाभर में लोकप्रिय है, में 12 ग्राम चीनी और 297 कैलोरी होती है, जबकि फ्लेवर्ड जूस में 46.8 ग्राम चीनी और 189 कैलोरी होती है। चॉकलेट में 25 ग्राम चीनी और 100 कैलोरी, और एक गुलाब जामुन में 32 ग्राम चीनी और 254 कैलोरी होती है।
ये उदाहरण दर्शाते हैं कि हमारी रोजमर्रा की डाइट में छिपी चीनी हमें अनजाने में अधिक मात्रा में मिल रही है। भारत में, जहां चीनी का उपयोग पारंपरिक मिठाइयों, त्योहारों और आयोजनों में गहराई से जुड़ा है, वहां इसकी खपत में वृद्धि चिंता का विषय है। भारत में चीनी और शर्करा युक्त पेय पदार्थों के बढ़ते सेवन से मोटापा और टाइप 2 मधुमेह की वृद्धि हो रही है।
पिछले कुछ दशकों में भारत में खानपान की आदतों में बड़ा बदलाव आया है। वैश्वीकरण के कारण पहले की तुलना में आज चीनी युक्त खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ आसानी से उपलब्ध हो गए हैं। पारंपरिक मिठाइयों के साथ-साथ कोल्ड ड्रिंक और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन भी बढ़ गया है, जो सेहत के लिए खतरा बन गया है।
यदि आप अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में चीनी का सेवन सोच-समझकर करते हैं, तो आप डायबिटीज, मोटापा और हृदय रोग जैसे गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों से बच सकते हैं। चीनी के सेवन को नियंत्रित करना और संतुलित आहार अपनाना आवश्यक है।
ऐसा करने के लिए आप अपने दैनिक आहार में चीनी की मात्रा की जांच करें और लेबल पढ़ें। सॉफ्ट ड्रिंक की जगह नींबू पानी या बिना चीनी के फलों का रस पिएं। एक स्वस्थ जीवनशैली की शुरुआत करें और अपने बच्चों को भी यही सिखाएं। रोजाना व्यायाम करें।
विश्व स्वास्थ्य संगठन भी सुझाव देता है कि दैनिक कैलोरी का केवल 5-10 प्रतिशत हिस्सा ही 'मुक्त चीनी' से आना चाहिए। इसीलिए हमें अपने खान-पान में फल, सब्जियां और साबुत अनाज को प्राथमिकता देनी चाहिए।