क्या चेनारी, बिहार चुनाव 2025 में विकास से कोसों दूर है? क्या जनता ‘हेलीकॉप्टर’ पर सवार होगी?
सारांश
Key Takeaways
- चेनारी विधानसभा में कुल 315790 मतदाता हैं।
- लोजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच सीधी प्रतिस्पर्धा है।
- स्थानीय विकास की स्थिति गंभीर है।
- किसानों के लिए सरकार की योजनाएं राहत का काम कर रही हैं।
- जलभराव और बिजली की समस्या क्षेत्र में प्रमुख चुनौतियाँ हैं।
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के रोहतास जिले में स्थित चेनारी विधानसभा सीट उन महत्वपूर्ण सीटों में से एक है, जिसे जदयू ने एनडीए गठबंधन के तहत लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को सौंपा है।
इस बार यहां चुनावी मुकाबला कांग्रेस और लोजपा (रामविलास) के उम्मीदवारों के बीच है। यह देखना दिलचस्प होगा कि स्थानीय जनता इस चुनाव में ‘हेलिकॉप्टर’ (लोजपा का चुनाव चिह्न) पर सवार होगी या ‘हाथ’ (कांग्रेस का चुनाव चिह्न) का समर्थन करेगी।
लोजपा (रामविलास) की ओर से इस बार मुरारी प्रसाद गौतम
कांग्रेस ने क्षेत्र के वरिष्ठ नेता मंगल राम को टिकट दिया है। इसके अलावा, यहां आम आदमी पार्टी और अन्य क्षेत्रीय पार्टियों ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं। लेकिन लोजपा (रामविलास) और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच सीधी प्रतिस्पर्धा है। चेनारी विधानसभा में कुल 315790 मतदाता हैं, जिनमें 164324 पुरुष, 151460 महिलाएं और 6 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, यहां विकास की स्थिति बहुत खराब है। किसान पानी की कमी से परेशान हैं, जिससे उनकी फसलें सूख जाती हैं। यहां के युवा उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाने को मजबूर हैं, जो उनके परिवारों पर आर्थिक बोझ डालता है।
बरसात के मौसम में जलभराव की समस्या भी गंभीर है। लंबे समय तक जलभराव रहने से क्षेत्र में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा बना रहता है। बिजली की आपूर्ति अक्सर बाधित होती है और सड़कों की स्थिति भी दयनीय है।
हालांकि, सरकार की योजनाओं से किसानों को कुछ राहत मिली है, जैसे पीएम मोदी की किसान सम्मान निधि योजना और हाल ही में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का लाभ भी यहां पर मिला है।